11 अक्तूबर 2013
लेवी चावल स्कीम में एकरूपता योजना टली
आर एस राणा नई दिल्ली | Oct 11, 2013, 03:09AM IST
अगले मार्केटिंग सीजन 2014-15 से लागू हो सकेगी लेवी चावल स्कीम
केंद्र सरकार ने लेवी चावल योजना में एकरूपता लाने का काम एक साल के लिए टाल दिया है। सरकार ने सभी राज्यों में लेवी चावल स्कीम में एकरूपता लाने की योजना बनाई है। इसके आधार पर हर राज्य से अधिकतम 25 फीसदी चावल ही लेवी के रूप में लिया जाएगा। यह योजना अब खरीफ विपणन सीजन 2014-15 से लागू होगी।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बिजनेस भास्कर को बताया कि राज्यों की मांग के आधार पर केंद्र सरकार ने लेवी चावल को एक समान करने की योजना को एक साल के लिए आगे बढ़ा दिया है।
सरकार ने राज्यों से अधिकतम 25 फीसदी लेवी का चावल लेने की योजना चालू विपणन सीजन 2013-14 से ही लागू करने की योजना बनाई थी लेकिन आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, असम और छत्तीसगढ़ की राज्य सरकारों ने चालू खरीफ विपणन सीजन में इसे लागू करने में असमर्थता जाहिर की थी। इसीलिए इसको एक साल के लिए आगे बढ़ा दिया है। अब खरीफ विपणन सीजन 2014-15 से सभी राज्यों से एक समान अधिकतम 25 फीसदी ही लेवी का चावल लिया जायेगा।
उन्होंने बताया कि अभी तक लेवी का चावल राज्यों के आधार पर अलग-अलग लिया जाता है। सबसे ज्यादा लेवी का चावल आंध्र प्रदेश से 75 फीसदी और उत्तर प्रदेश से 60 फीसदी लिया जाता है। राइस मिलों से एक क्विंटल धान के मुकाबले 67 किलो चावल लिया जाता है तथा इसमें लेवी चावल की मात्रा राज्यों के आधार पर अलग-अलग तय की हुई है।
उन्होंने बताया कि चालू खरीफ विपणन सीजन 2013-14 में केंद्र सरकार ने 342 लाख टन चावल खरीद का लक्ष्य तय किया है जो विपणन सीजन 2012-13 के 340 लाख टन से थोड़ा ज्यादा है। हालांकि चालू विपणन सीजन में लेवी का चावल राज्यों से पुरानी स्कीम के अनुसार ही लिया जायेगा, ऐसे में चावल की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद तय लक्ष्य से 25-30 लाख टन ज्यादा हो सकती है।
पहली अक्टूबर से शुरू चालू हुए खरीफ विपणन सीजन 2013-14 में एमएसपी पर अभी तक 15.76 लाख टन धान की खरीद हुई है जबकि उत्पादक मंडियों में आवक 17.86 लाख क्विंटल की हो चुकी है। प्रमुख उत्पादक राज्यों पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में मौसम साफ होने से आगामी दिनों में आवक बढ़ेगी, जिससे सरकार खरीद में भी तेजी आयेगी।
चावल के रूप में चालू खरीफ विपणन सीजन में अभी तक 10.56 लाख टन की खरीद हो चुकी है। केंद्रीय पूल में पहली सितंबर को 589.33 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक जमा है जिसमें चावल की हिस्सेदारी 205 लाख टन है। (Business Bhaskar....R S Rana)
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