आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने तिलहनों के साथ ही खाद्य तेलों पर स्टॉक लिमिट की अवधि को एक साल के लिए बढ़ा दिया है। सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार स्टॉक लिमिट की अवधि सितंबर 2018 तक बढ़ा दी गई है। खाद्य तेलों के साथ ही तिलहनों पर स्टॉक लिमिट की अवधि 30 सितंबर 2017 को समाप्त हो रही थी।
केंद्र सरकार ने स्टॉक लिमिट की अवधि को बढ़ा दिया है, अब यह राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है कि वह अपने यहां खाद्य तेलों या तिलहनों पर स्टॉक लिमिट लगाती है, या नहीं। क्योंकि स्टॉक लिमिट लगाने का अधिकार राज्य सरकारों के पास है।
चालू खरीफ में तिलहनों की बुवाई में कमी आई है, जिससे तिलहनों की पैदावार भी पिछले साल की तुलना में कम होने का अनुमान है। हालांकि इसके बावजूद भी तिलहनों खासकर के सायोबीन और और मूंगफली की कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है। अक्टूबर में उत्पादक मंडियों में दैनिक आवक बढ़ने पर सोयाबीन के साथ ही मूंगफली की कीमतों में भी गिरावट आने का अनुमान है।................ आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने तिलहनों के साथ ही खाद्य तेलों पर स्टॉक लिमिट की अवधि को एक साल के लिए बढ़ा दिया है। सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार स्टॉक लिमिट की अवधि सितंबर 2018 तक बढ़ा दी गई है। खाद्य तेलों के साथ ही तिलहनों पर स्टॉक लिमिट की अवधि 30 सितंबर 2017 को समाप्त हो रही थी।
केंद्र सरकार ने स्टॉक लिमिट की अवधि को बढ़ा दिया है, अब यह राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है कि वह अपने यहां खाद्य तेलों या तिलहनों पर स्टॉक लिमिट लगाती है, या नहीं। क्योंकि स्टॉक लिमिट लगाने का अधिकार राज्य सरकारों के पास है।
चालू खरीफ में तिलहनों की बुवाई में कमी आई है, जिससे तिलहनों की पैदावार भी पिछले साल की तुलना में कम होने का अनुमान है। हालांकि इसके बावजूद भी तिलहनों खासकर के सायोबीन और और मूंगफली की कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है। अक्टूबर में उत्पादक मंडियों में दैनिक आवक बढ़ने पर सोयाबीन के साथ ही मूंगफली की कीमतों में भी गिरावट आने का अनुमान है।................ आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें