पिछले 24 घंटों के दौरान, दक्षिण पश्चिम मानसून पश्चिमी मध्य प्रदेश,
रायलसीमा के कुछ हिस्सों, आंध्रा प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्यो में पर
सक्रिय रहा।
जबकि उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, गंगीय पश्चिम बंगाल, कोंकण गोवा, गुजरात, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल और तमिलनाडू में सामान्य मॉनसून की स्थिति देखने को मिली।
पिछले 24 घंटों में, नेल्लोरे में 75 मिमी बारिश दर्ज की गई, बेंगलुरु में 57 मिमी और पासीघाट में 53 मिमी बारिश दर्ज़ की गई।
3 सितंबर तक, देश भर के बारिश के आंकड़े में 4% की कमी बनी हुई है। जहां तक क्षेत्रीय वितरण का संबंध है, उत्तर-पश्चिम, मध्य और दक्षिण भारत में 2%, 6% और 6% की कमी है।
वर्तमान में, मानसून की अक्षीय रेखा हिमालय के तराई वाले क्षेत्रो से हो कर गुजर रही है।
अगले 24 घंटों के दौरान, रायलसीमा, कर्नाटक, तटीय आंध्रा प्रदेश के कुछ हिस्सों, असम, मेघालय, उप हिमालय पश्चिम बंगाल, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में मॉनसून सक्रिय रहेगा।
जबकि, तेलंगाना, विदर्भ, दक्षिणी मध्य प्रदेश, केरल, आंतरिक तमिलनाडू और ओड़ीशा में मॉनसून का सामन्या प्रदर्शन देखने को मिलेगा।
पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा के कुछ हिस्सों, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, कोंकण गोवा और मध्य प्रदेश के बचे हुए हिस्सों में मॉनसून का कमजोर प्रदर्शन देखने को मिलेगा। .....www.skymet.com
जबकि उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, गंगीय पश्चिम बंगाल, कोंकण गोवा, गुजरात, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल और तमिलनाडू में सामान्य मॉनसून की स्थिति देखने को मिली।
पिछले 24 घंटों में, नेल्लोरे में 75 मिमी बारिश दर्ज की गई, बेंगलुरु में 57 मिमी और पासीघाट में 53 मिमी बारिश दर्ज़ की गई।
3 सितंबर तक, देश भर के बारिश के आंकड़े में 4% की कमी बनी हुई है। जहां तक क्षेत्रीय वितरण का संबंध है, उत्तर-पश्चिम, मध्य और दक्षिण भारत में 2%, 6% और 6% की कमी है।
वर्तमान में, मानसून की अक्षीय रेखा हिमालय के तराई वाले क्षेत्रो से हो कर गुजर रही है।
अगले 24 घंटों के दौरान, रायलसीमा, कर्नाटक, तटीय आंध्रा प्रदेश के कुछ हिस्सों, असम, मेघालय, उप हिमालय पश्चिम बंगाल, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में मॉनसून सक्रिय रहेगा।
जबकि, तेलंगाना, विदर्भ, दक्षिणी मध्य प्रदेश, केरल, आंतरिक तमिलनाडू और ओड़ीशा में मॉनसून का सामन्या प्रदर्शन देखने को मिलेगा।
पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा के कुछ हिस्सों, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, कोंकण गोवा और मध्य प्रदेश के बचे हुए हिस्सों में मॉनसून का कमजोर प्रदर्शन देखने को मिलेगा। .....www.skymet.com
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