आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में देशभर के 17 फीसदी इलाकों में मानसूनी बारिश सामान्य से कम होने के कारण तिलहन, दलहन के साथ ही मोटे अनाजों की बुवाई में तो कमी आई है, लेकिन कपास के साथ ही गन्ने की बुवाई में बढ़ोतरी हुई है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में फसलों की कुल बुवाई घटकर अभी तक केवल 1,060.63 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 1,066.30 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। खरीफ की प्रमुख फसल धान की रौपाई चालू खरीफ में घटकर 379.08 लाख हैक्टेयर में ही पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी रौपाई 382.37 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी।
मंत्रालय के अनुसार तिलहनों की बुवाई चालू खरीफ में घटकर 173.41 लाख हैक्टेयर में ही पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में तिलहनों की बुवाई 190.26 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। तिलहनों में सोयाबीन के साथ ही मूंगफली की बुवाई भी घटी है। सोयाबीन की बुुवाई चालू खरीफ में अभी तक केवल 105.92 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 114.79 लाख हैक्टेयर में सोयाबीन की बुवाई हो चुकी थी। मूंगफली की बुवाई भी चालू खरीफ में घटकर 41.58 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 46.98 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। चालू खरीफ में केस्टर सीड की बुवाई घटकर 8.30 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 8.56 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी।
चालू खरीफ में दलहन की बुवाई घटकर 142.01 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक दलहन की बुवाई 147.47 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। दलहनी फसलों में अरहर के साथ ही मूंग की बुवाई में तो चालू खरीफ में कमी आई है लेकिन उड़द की बुवाई पिछले साल की तुलना में 7 लाख हैक्टेयर में ज्यादा हुई है।
मोटे अनाजों की बुवाई चालू रबी में पिछले साल की तुलना में घटकर अभी तक केवल 186.51 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 190.21 लाख हैक्टेयर में मोटे अनाजों की बुवाई हो चुकी थी। मोटे अनाजों में जहां बाजरा की बुवाई में हल्की बढ़ोतरी हुई है वहीं मक्का के साथ ही ज्वार की बुवाई में कमी आई है।
कपास की बुवाई चालू रबी में बढ़कर 122.59 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 102.79 लाख हैक्टेयर में ही कपास की बुवाई हो पाई थी। गन्ने की बुवाई भी चालू सीजन में बढ़कर 49.95 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 45.64 लाख हैक्टेयर में ही गन्ने की बुवाई हो पाई थी।............... आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में देशभर के 17 फीसदी इलाकों में मानसूनी बारिश सामान्य से कम होने के कारण तिलहन, दलहन के साथ ही मोटे अनाजों की बुवाई में तो कमी आई है, लेकिन कपास के साथ ही गन्ने की बुवाई में बढ़ोतरी हुई है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में फसलों की कुल बुवाई घटकर अभी तक केवल 1,060.63 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 1,066.30 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। खरीफ की प्रमुख फसल धान की रौपाई चालू खरीफ में घटकर 379.08 लाख हैक्टेयर में ही पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी रौपाई 382.37 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी।
मंत्रालय के अनुसार तिलहनों की बुवाई चालू खरीफ में घटकर 173.41 लाख हैक्टेयर में ही पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में तिलहनों की बुवाई 190.26 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। तिलहनों में सोयाबीन के साथ ही मूंगफली की बुवाई भी घटी है। सोयाबीन की बुुवाई चालू खरीफ में अभी तक केवल 105.92 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 114.79 लाख हैक्टेयर में सोयाबीन की बुवाई हो चुकी थी। मूंगफली की बुवाई भी चालू खरीफ में घटकर 41.58 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 46.98 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। चालू खरीफ में केस्टर सीड की बुवाई घटकर 8.30 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 8.56 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी।
चालू खरीफ में दलहन की बुवाई घटकर 142.01 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक दलहन की बुवाई 147.47 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। दलहनी फसलों में अरहर के साथ ही मूंग की बुवाई में तो चालू खरीफ में कमी आई है लेकिन उड़द की बुवाई पिछले साल की तुलना में 7 लाख हैक्टेयर में ज्यादा हुई है।
मोटे अनाजों की बुवाई चालू रबी में पिछले साल की तुलना में घटकर अभी तक केवल 186.51 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 190.21 लाख हैक्टेयर में मोटे अनाजों की बुवाई हो चुकी थी। मोटे अनाजों में जहां बाजरा की बुवाई में हल्की बढ़ोतरी हुई है वहीं मक्का के साथ ही ज्वार की बुवाई में कमी आई है।
कपास की बुवाई चालू रबी में बढ़कर 122.59 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 102.79 लाख हैक्टेयर में ही कपास की बुवाई हो पाई थी। गन्ने की बुवाई भी चालू सीजन में बढ़कर 49.95 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 45.64 लाख हैक्टेयर में ही गन्ने की बुवाई हो पाई थी।............... आर एस राणा
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