आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में सोयाबीन का बकाया स्टॉक 20 लाख टन से ज्यादा बचने का अनुमान है जबकि पिछले साल अक्टूबर के शुरु में बकाया स्टॉक 4.41 लाख टन का ही बचा हुआ था। चालू खरीफ में सोयाबीन की बुवाई कम हुई है, साथ ही उत्पादक राज्यों में मानसूनी बारिश सामान्य से कम होने के कारण उत्पादन तो कम होने का अनुमान है लेकिन बकाया स्टॉक को मिलाकर कुल उपलब्धता पिछले साल के लगभग बराबर ही होने का अनुमान है। उत्पादक मंडियों में नई सोयाबीन की आवक चालू हो गई है, तथा अगले महीने दैनिक आवक और बढ़ेगी, जिससे मौजूदा भाव 50 से 100 रुपये का मंदा आने का अनुमान है।
सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सोपा) के अनुसार उत्पादक राज्यों में अगस्त के आखिर में बकाया स्टॉक करीब 24.91 लाख टन का बचा हुआ है, जबकि सितंबर में औसत खपत करीब चार से पांच लाख टन ही होने का अनुमान, ऐसे में बकाया स्टॉक 20 लाख टन के करीब बचेगा, जबकि पिछले साल नई फसल के बकाया स्टॉक केवल 4.41 लाख टन का ही बचा हुआ था।
सोपा के अनुसार चालू खरीफ में सोयाबीन की बुवाई घटकर 105.26 लाख हैक्टेयर में ही हुई है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 114.66 लाख हैक्टेयर में हुई थी। चालू खरीफ उत्पादक राज्यों में जुलाई से अगस्त के दौरान बारिश सामान्य से काफी कम हुई है जिससे प्रति हैक्टेयर उत्पादकता में कमी आने की आशंका है। ऐसे में चालू खरीफ में उत्पादन पिछले साल के 114.91 लाख टन से कम होने का अनुमान है लेकिन बकाया स्टॉक को मिलाकर कुल उपलब्धता पिछले साल के लगभग बराबर ही बैठेगी।
सोयाबीन की नई फसल की आवक मध्य प्रदेश की मंडियों में चालू हो गई है तथा नई फसल के भाव 2,400 से 2,700 रुपये और पुरानी सोयाबीन के भाव 2,700 से 3,000 रुपये प्रति क्विंटल है। नई सोयाबीन में नमी की मात्रा ज्यादा है, अक्टूबर में नई फसल की आवक तो बढ़ेगी ही, साथ ही सूखे मालों की आवक बढ़ेगी, जिससे सोयाबीन की कीमतों में नरमी आने का अनुमान है।
सोपा के अनुसार फसल सीजन 2016-17 में अक्टूबर-16 से अगस्त-17 के दौरान 17.34 लाख टन सोया डीओसी का निर्यात हुआ है। इस दौरान घरेलू बाजार में डीओसी की खपत करीब 41.25 लाख टन का हुई है। ........... आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में सोयाबीन का बकाया स्टॉक 20 लाख टन से ज्यादा बचने का अनुमान है जबकि पिछले साल अक्टूबर के शुरु में बकाया स्टॉक 4.41 लाख टन का ही बचा हुआ था। चालू खरीफ में सोयाबीन की बुवाई कम हुई है, साथ ही उत्पादक राज्यों में मानसूनी बारिश सामान्य से कम होने के कारण उत्पादन तो कम होने का अनुमान है लेकिन बकाया स्टॉक को मिलाकर कुल उपलब्धता पिछले साल के लगभग बराबर ही होने का अनुमान है। उत्पादक मंडियों में नई सोयाबीन की आवक चालू हो गई है, तथा अगले महीने दैनिक आवक और बढ़ेगी, जिससे मौजूदा भाव 50 से 100 रुपये का मंदा आने का अनुमान है।
सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सोपा) के अनुसार उत्पादक राज्यों में अगस्त के आखिर में बकाया स्टॉक करीब 24.91 लाख टन का बचा हुआ है, जबकि सितंबर में औसत खपत करीब चार से पांच लाख टन ही होने का अनुमान, ऐसे में बकाया स्टॉक 20 लाख टन के करीब बचेगा, जबकि पिछले साल नई फसल के बकाया स्टॉक केवल 4.41 लाख टन का ही बचा हुआ था।
सोपा के अनुसार चालू खरीफ में सोयाबीन की बुवाई घटकर 105.26 लाख हैक्टेयर में ही हुई है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 114.66 लाख हैक्टेयर में हुई थी। चालू खरीफ उत्पादक राज्यों में जुलाई से अगस्त के दौरान बारिश सामान्य से काफी कम हुई है जिससे प्रति हैक्टेयर उत्पादकता में कमी आने की आशंका है। ऐसे में चालू खरीफ में उत्पादन पिछले साल के 114.91 लाख टन से कम होने का अनुमान है लेकिन बकाया स्टॉक को मिलाकर कुल उपलब्धता पिछले साल के लगभग बराबर ही बैठेगी।
सोयाबीन की नई फसल की आवक मध्य प्रदेश की मंडियों में चालू हो गई है तथा नई फसल के भाव 2,400 से 2,700 रुपये और पुरानी सोयाबीन के भाव 2,700 से 3,000 रुपये प्रति क्विंटल है। नई सोयाबीन में नमी की मात्रा ज्यादा है, अक्टूबर में नई फसल की आवक तो बढ़ेगी ही, साथ ही सूखे मालों की आवक बढ़ेगी, जिससे सोयाबीन की कीमतों में नरमी आने का अनुमान है।
सोपा के अनुसार फसल सीजन 2016-17 में अक्टूबर-16 से अगस्त-17 के दौरान 17.34 लाख टन सोया डीओसी का निर्यात हुआ है। इस दौरान घरेलू बाजार में डीओसी की खपत करीब 41.25 लाख टन का हुई है। ........... आर एस राणा
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