आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2017-18 के पहले चार महीनों अप्रैल से जुलाई के दौरान केस्टर तेल का निर्यात मूल्य के हिसाब से 55.47 फीसदी बढ़कर 2,292.59 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इसका निर्यात केवल 1,474.59 करोड़ रुपये का ही हुआ था।
पिछले साल केस्टर सीड का उत्पादन कम हुआ था, अतः उत्पादक मंडियों में केस्टर सीड का स्टॉक कम है जबकि तेल में निर्यात मांग अच्छी है। चालू खरीफ में केस्टर सीड की बुवाई पिछड़ रही है इसलिए आगे इसके भाव में और तेजी आने का अनुमान है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में केस्टर सीड की बुवाई कम होकर अभी तक केवल 5.84 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 6.56 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी।.......... आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2017-18 के पहले चार महीनों अप्रैल से जुलाई के दौरान केस्टर तेल का निर्यात मूल्य के हिसाब से 55.47 फीसदी बढ़कर 2,292.59 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इसका निर्यात केवल 1,474.59 करोड़ रुपये का ही हुआ था।
पिछले साल केस्टर सीड का उत्पादन कम हुआ था, अतः उत्पादक मंडियों में केस्टर सीड का स्टॉक कम है जबकि तेल में निर्यात मांग अच्छी है। चालू खरीफ में केस्टर सीड की बुवाई पिछड़ रही है इसलिए आगे इसके भाव में और तेजी आने का अनुमान है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में केस्टर सीड की बुवाई कम होकर अभी तक केवल 5.84 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 6.56 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी।.......... आर एस राणा
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