आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में बुवाई में आई कमी के साथ बारिश सामान्य से कम होने के कारण सोयाबीन के उत्पादन में 16 फीसदी और मूंगफली के उत्पादन में 2.75 फीसदी की कमी आने की आशंका है।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू खरीफ में सोयाबीन का उत्पादन घटकर 89 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 105 लाख टन का हुआ था। इसी तरह से मूंगफली का उत्पादन चालू खरीफ में घटकर 51 लाख टन होने की संभावना है जबकि फसल सीजन 2016-17 में मूंगफली का उत्पादन 73.75 लाख टन का हुआ था। सनफ्लावर सीड का उत्पादन भी चालू खरीफ में घटकर 0.80 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 1.45 लाख टन का हुआ था। शीसम सीड का उत्पादन पिछले साल के 4.15 लाख टन से घटकर 3.50 लाख टन ही होने का अनुमान है। एसईए के अनुसार खरीफ में तिलहनों का कुल उत्पादन 20.05 फीसदी घटकर 144.30 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इनकी पैदावार 164.35 लाख टन की हुई थी।
सोयाबीन के उत्पादन तो कमी आने का अनुमान है लेकिन पिछले साल का बकाया स्टॉक ज्यादा बचा हुआ है। ऐसे में कुल उपलब्धता पिछले साल के लगभग बराबर ही बैठेगी। इसी तरह से मूंगफली का बकाया स्टॉक ज्यादा होने से इसकी कुल उपलब्धता भी उत्पादक राज्यों में ज्यादा ही है। उत्पादक मंडियों में नई सोयाबीन की आवक चालू हो गई है, तथा अक्टूबर में आवकों का दबाव बनने पर इसके भाव में मंदा आने की उम्मीद है। मूंगफली के भाव में भी नई फसल की आवक बढ़ने पर मंदा आने का अनुमान है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में सोयाबीन की बुवाई घटकर 105.76 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इसकी बुवाई 114.72 लाख हैक्टेयर में हुई थी। इसी तरह से मूंगफली की बुवाई चालू खरीफ में घटकर 41.36 लाख हैक्टेयर में ही हुई है, जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई 46.78 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। सनफ्लावर की बुवाई चालू खरीफ में पिछले साल के 1.59 लाख हैक्टेयर से घटकर 1.37 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि शीसम सीड की बुवाई चालू खरीफ में अभी तक केवल 13.78 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इसकी बुवाई 15.70 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। ........... आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में बुवाई में आई कमी के साथ बारिश सामान्य से कम होने के कारण सोयाबीन के उत्पादन में 16 फीसदी और मूंगफली के उत्पादन में 2.75 फीसदी की कमी आने की आशंका है।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू खरीफ में सोयाबीन का उत्पादन घटकर 89 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 105 लाख टन का हुआ था। इसी तरह से मूंगफली का उत्पादन चालू खरीफ में घटकर 51 लाख टन होने की संभावना है जबकि फसल सीजन 2016-17 में मूंगफली का उत्पादन 73.75 लाख टन का हुआ था। सनफ्लावर सीड का उत्पादन भी चालू खरीफ में घटकर 0.80 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 1.45 लाख टन का हुआ था। शीसम सीड का उत्पादन पिछले साल के 4.15 लाख टन से घटकर 3.50 लाख टन ही होने का अनुमान है। एसईए के अनुसार खरीफ में तिलहनों का कुल उत्पादन 20.05 फीसदी घटकर 144.30 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इनकी पैदावार 164.35 लाख टन की हुई थी।
सोयाबीन के उत्पादन तो कमी आने का अनुमान है लेकिन पिछले साल का बकाया स्टॉक ज्यादा बचा हुआ है। ऐसे में कुल उपलब्धता पिछले साल के लगभग बराबर ही बैठेगी। इसी तरह से मूंगफली का बकाया स्टॉक ज्यादा होने से इसकी कुल उपलब्धता भी उत्पादक राज्यों में ज्यादा ही है। उत्पादक मंडियों में नई सोयाबीन की आवक चालू हो गई है, तथा अक्टूबर में आवकों का दबाव बनने पर इसके भाव में मंदा आने की उम्मीद है। मूंगफली के भाव में भी नई फसल की आवक बढ़ने पर मंदा आने का अनुमान है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में सोयाबीन की बुवाई घटकर 105.76 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इसकी बुवाई 114.72 लाख हैक्टेयर में हुई थी। इसी तरह से मूंगफली की बुवाई चालू खरीफ में घटकर 41.36 लाख हैक्टेयर में ही हुई है, जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई 46.78 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। सनफ्लावर की बुवाई चालू खरीफ में पिछले साल के 1.59 लाख हैक्टेयर से घटकर 1.37 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि शीसम सीड की बुवाई चालू खरीफ में अभी तक केवल 13.78 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इसकी बुवाई 15.70 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। ........... आर एस राणा
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