पिछले 24 घंटों में, दक्षिण पश्चिम मॉनसून कोंकण और गोवा, मध्य
महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश के कई हिस्सों, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और
सिक्किम पर व्यापक रूप से सक्रिय रहा।
इस बीच, मॉनसून तटीय कर्नाटक, विदर्भ, छत्तीसगढ़, आंतरिक उड़ीसा, उत्तर प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों और पूर्वोत्तर राज्यों पर सक्रिय रहा।
पिछले 24 घंटों में, सागर में 132 मिमी वर्षा दर्ज़ की गयी, वहीं अलिबाग में 108 मिमी और दमोह में 101 मिमी बारिश रेकॉर्ड की गयी।
20 सितंबर को, देश भर के बारिश के आंकड़े में 5% की कमी बनी हुई है। जहां तक क्षेत्रीय वितरण की बात करें तो उत्तर पश्चिमी, मध्य और पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में 11%, 6% और 3% कम बारिश देखी गयी।
वर्तमान में मॉनसून की अक्षीय रेखा बीकानेर, अजमेर, निम्न दबाव के क्षेत्र, पेंडरा रोड, झारसुगुडा, पारादीप से होते हुए पूर्वी बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है।
अगले 24 घंटों के दौरान, पश्चिम मध्य प्रदेश, मध्य और पश्चिम उत्तर प्रदेश में मॉनसून व्यापक रूप से सक्रिय रहेगा।
इस बीच, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, कोंकण और गोवा, दिल्ली और मध्य महाराष्ट्र में सक्रिय मॉनसून की स्थिति देखी जाएगी।
वहीं सामान्य मानसून की स्थिति ओडिशा, बिहार, झारखंड, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, तटीय कर्नाटक, केरल, पूर्वोत्तर राज्यों, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और उत्तराखंड देखने को मिल सकती है।..........www.skymet.com
इस बीच, मॉनसून तटीय कर्नाटक, विदर्भ, छत्तीसगढ़, आंतरिक उड़ीसा, उत्तर प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों और पूर्वोत्तर राज्यों पर सक्रिय रहा।
पिछले 24 घंटों में, सागर में 132 मिमी वर्षा दर्ज़ की गयी, वहीं अलिबाग में 108 मिमी और दमोह में 101 मिमी बारिश रेकॉर्ड की गयी।
20 सितंबर को, देश भर के बारिश के आंकड़े में 5% की कमी बनी हुई है। जहां तक क्षेत्रीय वितरण की बात करें तो उत्तर पश्चिमी, मध्य और पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में 11%, 6% और 3% कम बारिश देखी गयी।
वर्तमान में मॉनसून की अक्षीय रेखा बीकानेर, अजमेर, निम्न दबाव के क्षेत्र, पेंडरा रोड, झारसुगुडा, पारादीप से होते हुए पूर्वी बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है।
अगले 24 घंटों के दौरान, पश्चिम मध्य प्रदेश, मध्य और पश्चिम उत्तर प्रदेश में मॉनसून व्यापक रूप से सक्रिय रहेगा।
इस बीच, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, कोंकण और गोवा, दिल्ली और मध्य महाराष्ट्र में सक्रिय मॉनसून की स्थिति देखी जाएगी।
वहीं सामान्य मानसून की स्थिति ओडिशा, बिहार, झारखंड, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, तटीय कर्नाटक, केरल, पूर्वोत्तर राज्यों, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और उत्तराखंड देखने को मिल सकती है।..........www.skymet.com
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