आर एस राणा
नई दिल्ली। रबी में तिलहनों की पैदावार में हुई बढ़ोतरी से घरेलू बाजार में भाव कम होने के कारण डीओसी के निर्यात में भारी बढ़ोतरी हुई है। अप्रैल महीने में देश से डीओसी का निर्यात 94 फीसदी बढ़कर कुल निर्यात 1,39,568 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष के अगस्त में इसका निर्यात केवल 71,879 टन का ही हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2017-18 के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान डीओसी के निर्यात में 78 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 8,64,818 टन का हो चुका है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 के पांच महीनों में निर्यात केवल 4,85,220 टन का ही हुआ था।
एसईके अनुसार जुलाई के मुकाबले अगस्त में सरसों डीओसी के निर्यात में भारी बढ़ोतरी हुई है, जबकि सोयाबीन के डीओसी में निर्यात में भी सुधार आया है लेकिन राईसब्रान और केस्टर डीओसी के निर्यात में कमी आई है। सरसों डीओसी का निर्यात अगस्त में बढ़कर 50,649 टन का हुआ है जबकि जुलाई में इसका निर्यात केवल 14,753 टन का ही हुआ था। सोया डीओसी का निर्यात जुलाई के 80,797 टन से बढ़कर 81,079 टन का हुआ है।
विदेशी आयात मांग बढ़ने से जुलाई के मुकाबले अगस्त में भारतीय बंदरगाह पर डीओसी की कीमतों में भी तेजी दर्ज की गई। अगस्त में भारतीय बंदरगाह पर सोया डीओसी का भाव बढ़कर 398 डॉलर प्रति टन हो गया जबकि जुलाई में इसका भाव 391 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से सरसों डीओसी का भाव भी जुलाई के 220 डॉलर प्रति टन से बढ़कर 239 डॉलर प्रति टन हो गया।.................. आर एस राणा
नई दिल्ली। रबी में तिलहनों की पैदावार में हुई बढ़ोतरी से घरेलू बाजार में भाव कम होने के कारण डीओसी के निर्यात में भारी बढ़ोतरी हुई है। अप्रैल महीने में देश से डीओसी का निर्यात 94 फीसदी बढ़कर कुल निर्यात 1,39,568 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष के अगस्त में इसका निर्यात केवल 71,879 टन का ही हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2017-18 के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान डीओसी के निर्यात में 78 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 8,64,818 टन का हो चुका है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 के पांच महीनों में निर्यात केवल 4,85,220 टन का ही हुआ था।
एसईके अनुसार जुलाई के मुकाबले अगस्त में सरसों डीओसी के निर्यात में भारी बढ़ोतरी हुई है, जबकि सोयाबीन के डीओसी में निर्यात में भी सुधार आया है लेकिन राईसब्रान और केस्टर डीओसी के निर्यात में कमी आई है। सरसों डीओसी का निर्यात अगस्त में बढ़कर 50,649 टन का हुआ है जबकि जुलाई में इसका निर्यात केवल 14,753 टन का ही हुआ था। सोया डीओसी का निर्यात जुलाई के 80,797 टन से बढ़कर 81,079 टन का हुआ है।
विदेशी आयात मांग बढ़ने से जुलाई के मुकाबले अगस्त में भारतीय बंदरगाह पर डीओसी की कीमतों में भी तेजी दर्ज की गई। अगस्त में भारतीय बंदरगाह पर सोया डीओसी का भाव बढ़कर 398 डॉलर प्रति टन हो गया जबकि जुलाई में इसका भाव 391 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से सरसों डीओसी का भाव भी जुलाई के 220 डॉलर प्रति टन से बढ़कर 239 डॉलर प्रति टन हो गया।.................. आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें