आर एस राणा
नई दिल्ली। त्यौहारी सीजन में चीनी की कीमतों को काबू में रखने के लिए केंद्र सरकार तीन लाख टन शुन्य शुल्क पर चीनी के और आयात की मंजूरी देगी, इससे पहले केंद्र सरकार ने शुन्य शुल्क पर 5 लाख टन चीनी के आयात की मंजूरी दी थी, जिसका आयात हो चुका है। खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार इसकी अधिसूचना अगले एक-दो दिन में जारी कर दी जायेगी।
सूत्रों के अनुसार केंद्र सरकार चीनी की कीमतों को लेकर काफी सचेत हैं, तथा हर सप्ताह चीनी की की कीमतों की निगरानी की जा रही है। रास्ते बंद होने के कारण पूर्वोतर के राज्यों में चीनी की सप्लाई बाधित होने के कारण फुटकर में पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों में चीनी का भाव बढ़कर 48 से 50 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है जबकि उत्तर भारत के राज्यों में चीनी का फुटकर भाव 44 से 45 रुपये प्रति किलो है।
चीनी की कीमतों को काबू में करने के लिए केंद्र सरकार ने हाल ही में चीनी का बिक्री कोटा तय किया था तथा सितंबर और अक्टूबर में मिलों को चीनी की बिक्री तय कोटे के अनुसार करनी है लेकिन चीनी मिलों के पास स्टाॅक कम होने के कारण इसका चीनी की कीमतों पर असर नहीं पड़ा, इसीलिए केंद्र सरकार को चीनी के आयात को मंजूरी देनी पड़ी।
अक्टूबर से शुरु होने वाली पेराई सीजन में चीनी मिलों पर जल्दी पेराई आरंभ करने का दबाव भी बनाया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार इससे घरेलू बाजार में चीनी की कीमतों में तेजी की संभावना को कम हो जायेगी, लेकिन अभी मौजूदा कीमतों में मंदे की उम्मीद नहीं है, क्योंकि नई चीनी आयात होने में समय लगेगा।...... आर एस राणा
नई दिल्ली। त्यौहारी सीजन में चीनी की कीमतों को काबू में रखने के लिए केंद्र सरकार तीन लाख टन शुन्य शुल्क पर चीनी के और आयात की मंजूरी देगी, इससे पहले केंद्र सरकार ने शुन्य शुल्क पर 5 लाख टन चीनी के आयात की मंजूरी दी थी, जिसका आयात हो चुका है। खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार इसकी अधिसूचना अगले एक-दो दिन में जारी कर दी जायेगी।
सूत्रों के अनुसार केंद्र सरकार चीनी की कीमतों को लेकर काफी सचेत हैं, तथा हर सप्ताह चीनी की की कीमतों की निगरानी की जा रही है। रास्ते बंद होने के कारण पूर्वोतर के राज्यों में चीनी की सप्लाई बाधित होने के कारण फुटकर में पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों में चीनी का भाव बढ़कर 48 से 50 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है जबकि उत्तर भारत के राज्यों में चीनी का फुटकर भाव 44 से 45 रुपये प्रति किलो है।
चीनी की कीमतों को काबू में करने के लिए केंद्र सरकार ने हाल ही में चीनी का बिक्री कोटा तय किया था तथा सितंबर और अक्टूबर में मिलों को चीनी की बिक्री तय कोटे के अनुसार करनी है लेकिन चीनी मिलों के पास स्टाॅक कम होने के कारण इसका चीनी की कीमतों पर असर नहीं पड़ा, इसीलिए केंद्र सरकार को चीनी के आयात को मंजूरी देनी पड़ी।
अक्टूबर से शुरु होने वाली पेराई सीजन में चीनी मिलों पर जल्दी पेराई आरंभ करने का दबाव भी बनाया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार इससे घरेलू बाजार में चीनी की कीमतों में तेजी की संभावना को कम हो जायेगी, लेकिन अभी मौजूदा कीमतों में मंदे की उम्मीद नहीं है, क्योंकि नई चीनी आयात होने में समय लगेगा।...... आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें