उत्तरी पाकिस्तान के पास एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है।
मॉनसून की अक्षीय रेखा इस समय गंगानगर, कैथल, बरेली, वाराणसी, जमशेदपुर, दिघा होते हुए उत्तरी अंडमान सागर में पहुँच रही है।उत्तरी अंडमान सागर और इससे सटे भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इस सिस्टम से उत्तरी तमिलनाडु और केरल होते हुए लक्षद्वीप तक विंड शीयर ज़ोन बना हुआ है।
बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों पर एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हो गया है।
पिछले 24 घंटों के दौरान दक्षिण-मध्य महाराष्ट्र, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, झारखंड के कुछ हिस्सों और गंगीय पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर हल्की से मध्यम और एक-दो जगह भारी वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिणी छत्तीसगढ़, ओड़ीशा के तटवर्ती हिस्सों, पूर्वोत्तर भारत, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी हल्की से मध्यम वर्षा की गतिविधियां देखने को मिली।
पश्चिमी, उत्तर-पश्चिमी और मध्य तथा पूर्वी भारत के शेष भागों में मौसम मुख्यतः शुष्क बना रहा।
अगले 24 घंटों के दौरान प्रमुख वर्षा वाले क्षेत्रों का ज़िक्र करें तो अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह में मौसम सक्रिय रहेगा और यहाँ मध्यम से भारी बारिश के बीच कुछ स्थानों पर मूसलाधार बौछारें गिर सकती हैं।
दक्षिणी कोंकण व गोवा, तटीय व दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, दक्षिणी तटवर्ती आंध्र प्रदेश और उत्तरी तमिलनाडु में कई स्थानों हल्की से मध्यम वर्षा के साथ एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा के आसार हैं।
केरल, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, ओड़ीशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जा सकती है।
तेलंगाना, दक्षिणी छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड में कहीं-कहीं बादल छाने और हल्की वर्षा होने की संभावना है।
दिल्ली सहित देश के शेष सभी भागों में मौसम शुष्क बना रहेगा।...............www.skymet.com
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