आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में अरहर के साथ ही मूंग की बुवाई में कमी आई है, लेकिन उड़द की बुवाई पिछले साल की तुलना में ज्यादा हुई है। कृषि मंत्रालय के अनुसार अरहर की बुवाई चालू खरीफ में घटकर 43.26 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 52.77 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। उड़द और मूंग की दैनिक आवक मौसम साफ होने के बाद बढ़ने का अनुमान है, जिससे अक्टूबर में इनके भाव में गिरावट आ सकती है। जानकारों के अनुसार बारिश सामान्य से कम होने के कारण मूंग की प्रति हैक्टेयर उत्पादकता कम होने से उत्पादन में कमी आने की आशंका है, ऐसे में दिसंबर-जनवरी में भाव तेज होने का अनुमान है। अरहर के उत्पादन में तो कमी आने की आशंका है, लेकिन केंद्रीय पूल में स्टॉक ज्यादा होने से भाव में बड़ी तेजी की उम्मीद अभी नहीं है।
मंत्रालय के अनुसार प्रमुख उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र के साथ ही मध्य प्रदेश, कर्नाटका, तेलंगाना के साथ ही आंध्रप्रदेश में भी अरहर की बुवाई कम हुई है। महाराष्ट्र में चालू खरीफ में अरहर की बुवाई घटकर 12.73 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 15.31 लाख हैक्टेयर में अरहर की बुवाई हो चुकी थी। कर्नाटका में अरहर की बुवाई घटकर 8.79 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 11.91 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। इसी तरह से मध्य प्रदेश में बुवाई घटकर 6.51 लाख हैक्टेयर में, गुजरात में 2.70 लाख हैक्टेयर में, आंध्रप्रदेश में 2.47 लाख हैक्टेयर में, तेलंगाना में 2.51 लाख हैक्टेयर में और उत्तर प्रदेश में बुवाई 3.36 लाख हैक्टेयर में हुई है।
मूंग की बुवाई चालू खरीफ में घटकर 31.73 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में मूंग की बुवाई 34.50 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। राजस्थान में मूंग की बुवाई चालू खरीफ में 15.70 लाख हैक्टेयर में, महाराष्ट्र में 5.52 लाख हैक्टेयर में, मध्य प्रदेश में 2.28 लाख हैक्टेयर में और कर्नाटका में 3.67 लाख हैक्टेयर में ही हुई है।
उड़द की बुवाई चालू खरीफ में बढ़कर 42.88 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई केवल 35.26 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी। उड़द की बुवाई मध्य प्रदेश में बढ़कर 17.89 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक मध्य प्रदेश में केवल 11.68 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी। अन्य राज्यों में महाराष्ट्र में 4.83 लाख हैक्टेयर में, उड़ीसा में 2.42 लाख हैक्टेयर में, राजस्थान में 5.40 लाख हैक्टेयर में और उत्तर प्रदेश में 5.96 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है।................. आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में अरहर के साथ ही मूंग की बुवाई में कमी आई है, लेकिन उड़द की बुवाई पिछले साल की तुलना में ज्यादा हुई है। कृषि मंत्रालय के अनुसार अरहर की बुवाई चालू खरीफ में घटकर 43.26 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 52.77 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। उड़द और मूंग की दैनिक आवक मौसम साफ होने के बाद बढ़ने का अनुमान है, जिससे अक्टूबर में इनके भाव में गिरावट आ सकती है। जानकारों के अनुसार बारिश सामान्य से कम होने के कारण मूंग की प्रति हैक्टेयर उत्पादकता कम होने से उत्पादन में कमी आने की आशंका है, ऐसे में दिसंबर-जनवरी में भाव तेज होने का अनुमान है। अरहर के उत्पादन में तो कमी आने की आशंका है, लेकिन केंद्रीय पूल में स्टॉक ज्यादा होने से भाव में बड़ी तेजी की उम्मीद अभी नहीं है।
मंत्रालय के अनुसार प्रमुख उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र के साथ ही मध्य प्रदेश, कर्नाटका, तेलंगाना के साथ ही आंध्रप्रदेश में भी अरहर की बुवाई कम हुई है। महाराष्ट्र में चालू खरीफ में अरहर की बुवाई घटकर 12.73 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 15.31 लाख हैक्टेयर में अरहर की बुवाई हो चुकी थी। कर्नाटका में अरहर की बुवाई घटकर 8.79 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 11.91 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। इसी तरह से मध्य प्रदेश में बुवाई घटकर 6.51 लाख हैक्टेयर में, गुजरात में 2.70 लाख हैक्टेयर में, आंध्रप्रदेश में 2.47 लाख हैक्टेयर में, तेलंगाना में 2.51 लाख हैक्टेयर में और उत्तर प्रदेश में बुवाई 3.36 लाख हैक्टेयर में हुई है।
मूंग की बुवाई चालू खरीफ में घटकर 31.73 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में मूंग की बुवाई 34.50 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। राजस्थान में मूंग की बुवाई चालू खरीफ में 15.70 लाख हैक्टेयर में, महाराष्ट्र में 5.52 लाख हैक्टेयर में, मध्य प्रदेश में 2.28 लाख हैक्टेयर में और कर्नाटका में 3.67 लाख हैक्टेयर में ही हुई है।
उड़द की बुवाई चालू खरीफ में बढ़कर 42.88 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई केवल 35.26 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी। उड़द की बुवाई मध्य प्रदेश में बढ़कर 17.89 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक मध्य प्रदेश में केवल 11.68 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी। अन्य राज्यों में महाराष्ट्र में 4.83 लाख हैक्टेयर में, उड़ीसा में 2.42 लाख हैक्टेयर में, राजस्थान में 5.40 लाख हैक्टेयर में और उत्तर प्रदेश में 5.96 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है।................. आर एस राणा
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