निम्न दबाव का प्रभावी क्षेत्र आगे बढ़ते हुए उत्तर
प्रदेश के उत्तर और पश्चिमी हिस्सों तथा उत्तराखंड पर पहुँच गया है। इसके
अलावा एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी आसपास के भागों पर विकसित हो गया
है।
पश्चिमी विक्षोभ पूर्वी जम्मू कश्मीर पर बना हुआ है।मॉनसून की अक्षीय रेखा इस समय पश्चिम में हिमालय के तराई क्षेत्रों से हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तरी बिहार होते हुए अरुणाचल प्रदेश तक बनी हुई है।
बंगाल की खाड़ी के मध्य से तटीय तमिलनाडु तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है। इसके साथ-साथ तमिलनाडु के तटीय भागों पर बंगाल की खाड़ी में ही एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी बना हुआ है।
उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे जम्मू कश्मीर के पास एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी विकसित हो गया है।
पिछले 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तरी मध्य प्रदेश और हरियाणा के कुछ भागों में भारी से अति भारी वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत और पश्चिमी मध्य प्रदेश में भी कई जगहों पर हल्की से मध्यम बौछारें दर्ज की गई हैं।
गुजरात और राजस्थान के अधिकांश हिस्सों को छोड़कर देश के बाकी भागों में कुछ स्थानों पर गरज के साथ हल्की बारिश देखने को मिली।
अगले 24 घंटों के दौरान उत्तरी हरियाणा, उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। इन भागों में एक-दो स्थानों पर मूसलाधार वर्षा भी हो सकती है। भारी बारिश दिन के पहले भाग में होगी। दोपहर तक वर्षा में कमी आने के आसार हैं।
उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, असम और अरुणाचल प्रदेश में भी कुछ जगहों पर मध्यम बारिश होने के आसार हैं।
दक्षिणी ओड़ीशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पूर्वोत्तर भारत के बाकी भागों, पूर्वी जम्मू कश्मीर, तेलंगाना और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में हल्की मॉनसून वर्षा हो सकती है।.............www.skymet.com
गुजरात के कच्छ क्षेत्र, पश्चिमी राजस्थान और पंजाब में मौसम शुष्क बना रहेगा।
राजस्थान और गुजरात के तापमान में वृद्धि होने के आसार हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें