जम्मू और कश्मीर पर एक पश्चिमी विक्षोभ पूर्वोत्तर बना हुआ है।
मानसून की अक्षीय रेखा का पश्चिमी छोर हिमालय के तराई इलाकों के करीब चल रहा है, जबकि पूर्वी छोर राँची, दिघा और बंगाल की उत्तरी खाड़ी की तरफ जा रहा है।
एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्व-मध्य अरब सागर और इससे सटे हुए कर्नाटक तट पर देखा जा सकता है।
उत्तरी बांग्लादेश पर एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
एक तीसरा चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर बंगाल की खाड़ी और गंगीय पश्चिम बंगाल पर बना हुआ है।
एक चौथा चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पूर्व राजस्थान और आस-पास मध्य प्रदेश पर देखा जा सकता है। एक ट्रफ़ रेखा इस सिस्टम से गुजरात होते हुए पूर्वोत्तर अरब सागर तक जा रही है।
मॉनसून कोंकण और गोवा और तटीय कर्नाटक पर व्यापक रूप से सक्रिय रहा।
वहीं दक्षिण गुजरात, विदर्भ, मध्य प्रदेश, दक्षिण छत्तीसगढ़, उत्तरी तटीय उड़ीसा, तेलंगाना, केरल और अंडमान निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में मॉनसून सक्रिय रहा।
सामान्य मॉनसून की स्थिति आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश, शेष छत्तीसगढ़, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल पर देखी गयी।
मॉनसून पूर्वोत्तर राज्य, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और जम्मू और कश्मीर पर कमजोर रहा।
मॉनसून दक्षिण गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल के तटीय और उत्तर के हिस्सों पर सक्रिय रहेगा।
वहीं सामान्य मॉनसून की स्थिति रायलसीमा, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और झारखंड के कुछ हिस्सों में देखी जा सकती है।
आंतरिक तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर राज्यों और उत्तराखंड में मॉनसून कमजोर रहेगा।......www.skymet.com
मानसून की अक्षीय रेखा का पश्चिमी छोर हिमालय के तराई इलाकों के करीब चल रहा है, जबकि पूर्वी छोर राँची, दिघा और बंगाल की उत्तरी खाड़ी की तरफ जा रहा है।
एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्व-मध्य अरब सागर और इससे सटे हुए कर्नाटक तट पर देखा जा सकता है।
उत्तरी बांग्लादेश पर एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
एक तीसरा चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर बंगाल की खाड़ी और गंगीय पश्चिम बंगाल पर बना हुआ है।
एक चौथा चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पूर्व राजस्थान और आस-पास मध्य प्रदेश पर देखा जा सकता है। एक ट्रफ़ रेखा इस सिस्टम से गुजरात होते हुए पूर्वोत्तर अरब सागर तक जा रही है।
मॉनसून कोंकण और गोवा और तटीय कर्नाटक पर व्यापक रूप से सक्रिय रहा।
वहीं दक्षिण गुजरात, विदर्भ, मध्य प्रदेश, दक्षिण छत्तीसगढ़, उत्तरी तटीय उड़ीसा, तेलंगाना, केरल और अंडमान निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में मॉनसून सक्रिय रहा।
सामान्य मॉनसून की स्थिति आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश, शेष छत्तीसगढ़, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल पर देखी गयी।
मॉनसून पूर्वोत्तर राज्य, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और जम्मू और कश्मीर पर कमजोर रहा।
मॉनसून दक्षिण गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल के तटीय और उत्तर के हिस्सों पर सक्रिय रहेगा।
वहीं सामान्य मॉनसून की स्थिति रायलसीमा, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और झारखंड के कुछ हिस्सों में देखी जा सकती है।
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