आर एस राणा
नई
दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2018-19 के पहले सात महीनों अप्रैल से अक्टूबर के
दौरान गैर-बासमती चावल के निर्यात में 12.97 फीसदी की गिरावट आकर कुल
निर्यात 43.6 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में
इसका निर्यात 50.1 लाख टन का हुआ था। बंगलादेश की आयात मांग कम होने से
चालू वित्त वर्ष में कुल निर्यात पिछले साल से कम रहने की आशंका है।
कृषि
और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के एक वरिष्ठ
अधिकारी ने बताया कि पिछले साल बंगलादेश में चावल का उत्पादन कम हुआ था,
जिस कारण बंगलादेश की आयात मांग ज्यादा रही थी। चालू सीजन में बंगलादेश में
उत्पादन ज्यादा होने का अनुमान है इसलिए बंगलादेश की आयात मांग कम आ रही
है। उन्होंने बताया कि गैर-बासमती चावल का सबसे निर्यात बंगलादेश और
अफ्रीकन देशों को ज्यादा होता है।
अक्टूबर में गैर-बासमती चावल
के निर्यात में 12.01 फीसदी की गिरावट आकर 6.37 लाख टन का ही निर्यात हुआ
है जबकि पिछले साल 7.24 लाख टन का निर्यात हुआ था।
बीते वित्त वर्ष में हुआ था रिकार्ड निर्यात
एपीडा
के अनुसार वित्त वर्ष 2017-18 में देश से रिकार्ड 86.48 लाख टन गैर-बासमती
चावल का निर्यात हुआ था, जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष 2016-17 में 67.70
लाख टन गैर-बासमती चावल का निर्यात हुआ था। उन्होंने बताया कि सामान्यत: 65
लाख टन गैर-बासमती चावल का सालाना निर्यात होता है तथा चालू वित्त वर्ष
2018-19 में भी इतना निर्यात होने का अनुमान है।
उत्पादन बढ़ने का अनुमान
कृषि
मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू फसल सीजन 2018-19 में चावल
का उत्पादन 992.4 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 975 लाख टन का
उत्पादन हुआ था।............. आर एस राणा
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