आर एस राणा
नई
दिल्ली। राज्य के कई जिलों में सूखे जैसे हालात बनने के कारण चालू रबी
सीजन में फसलों की बुवाई में भारी कमी आई है। राज्य में अभी तक गेहूं की
केवल 36.88 फीसदी ही बुवाई हो पाई है जबकि मोटे अनाजों की बुवाई भी 40.30
फीसदी क्षेत्रफल में ही हुई है।
राज्य के कृषि निदेशालय के
अनुसार चालू रबी में 3 दिसंबर 2018 तक राज्य में गेहूं केवल 3,63,031
हेक्टेयर में ही बोया गया है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 6,68,000
हेक्टेयर में इसकी बुवाई हो चुकी थी। इसी तरह से मोटे अनाजों की बुवाई चालू
रबी में 4,58,838 हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक
7,76,000 हेक्टेयर में मोटे अनाजों की बुवाई हो चुकी थी।
चालू
रबी में राज्य में दालों की बुवाई घटकर 1,45,486 हेक्टेयर में ही हुई है
जबकि पिछले साल इस समय तक 2,68,600 हेक्टेयर में दालों की बुवाई हो चुकी
थी। रबी दलहन की प्रमुख फसल चना की बुवाई पिछले साल के 2,47,600 हेक्टेयर
से घटकर चालू रबी में अभी तक 1,30,604 हेक्टेयर में ही हुई है।
तिलहन
की बुवाई चालू रबी में राज्य में अभी तक केवल 1,88,835 हेक्टेयर में ही
हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुवाई 2,17,200 हेक्टेयर में हो चुकी
थी।
मसालों में जीरा की बुवाई चालू सीजन में राज्य में अभी तक
1,99,455 हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में
2,69,800 हेक्टेयर में जीरा की बुवाई हो चुकी थी। सामान्यत: राज्य में जीरा
की बुवाई 3,18,900 हेक्टेयर में होती है। इसी तरह से धनिया की बुवाई भी
पिछले साल के 57,300 हेक्टेयर की तुलना में चालू सीजन में अभी तक केवल
18,779 हेक्टेयर में ही हो पाई है। धनिया की बुवाई राज्य में 93,200
हेक्टेयर में होती है।............ आर एस राणा
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