आर एस राणा
नई
दिल्ली। महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्रप्रदेश के साथ ही राजस्थान में भी
रबी दलहन की प्रमुख फसल चना की बुवाई में 7.09 फीसदी की गिरावट आई है जबकि
सरसों की बुवाई में 11.16 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। रबी फसलों की कुल बुवाई
राज्य में पिछले साल की तुलना में पिछड़ कर 72.4 फीसदी क्षेत्रफल में ही
हुई है।
राज्य के कृषि निदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार
चना की बुवाई चालू रबी सीजन में 4 दिसंबर तक 12.96 लाख हेक्टेयर में ही हुई
है जबकि पिछले साल इस समय तक 13.95 लाख हेक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी।
राज्य में चना की बुवाई का लक्ष्य 15 लाख हेक्टेयर का तय किया गया है। चालू
रबी में दलहन की कुल बुवाई 13.26 लाख हेक्टेयर में ही हुई है।
सरसों की बुवाई में हुई बढ़ोतरी
तिलहन
की प्रमुख फसल सरसों की बुवाई बढ़कर चालू रबी में 22.40 लाख हेक्टेयर में
हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में केवल 20.15 लाख हेक्टेयर
में ही सरसों की बुवाई हुई थी। राज्य में सरसों की बुवाई का लक्ष्य 26 लाख
हेक्टेयर का तय किया गया है। तिलहन की कुल बुवाई चालू रबी में राज्य में
22.78 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है।
गेहूं की बुवाई ज्यादा, जौ की कम
गेहूं
की बुवाई चालू रबी में राज्य में बढ़कर 20.91 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है
जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में केवल 19.42 लाख हेक्टेयर में ही इसकी
बुवाई हुई थी। जौ की बुवाई राज्य में चालू रबी में घटकर 2.52 लाख हेक्टेयर
में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 2.75 लाख हेक्टेयर में जौ की बुवाई
हो चुकी थी। राज्य में चालू रबी में 3 लाख हेक्टेयर में जौ की बुवाई का
लक्ष्य तय किया है।
कुल बुवाई पिछले की तुलना में कम
राज्य
में चालू रबी में 67.93 लाख हेक्टेयर में ही रबी फसलों की बुवाई हो पाई है
जबकि पिछले साल इस समय तक 68.88 लाख हेक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। राज्य
में रबी फसलों की बुवाई का लक्ष्य 93.80 लाख हेक्टेयर का तय किया गया है।........... आर एस राणा
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