आर एस राणा
नई दिल्ली। पुलवामा
अटैक का असर भारत से पाकिस्तान को हो रहे कपास के निर्यात सौदों पर भी असर
पड़ा है। वर्तमान में भारतीय निर्यातक कपास के नए निर्यात सौदे नहीं कर
रहे हैं।
नार्थ इंडिया कॉटन एसोसिएशन आफ इंडिया के अध्यक्ष राकेश
राठी ने बताया कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से भारतीय निर्यातकों
ने पाकिस्तान को कपास के निर्यात सौदे रोक दिए हैं। उन्होंने बताया कि जब
तक स्थिति साफ नहीं होती, तब तक निर्यात सौदे रुके रहने की आशंका है।
मौजूदा माहौल में कोई भी निर्यातक निर्यात करने का जोखिम नहीं लेना चाहेगा।
उन्होंने बताया कि चालू फसल सीजन में अभी तक पाकिस्तान ने करीब 6 से 7 लाख
गांठ (एक गांठ-170 किलो) कपास के आयात सौदे किए हैं जबकि पिछले साल 14 से
15 लाख गांठ कपास का आयात किया किया था।
कॉटन एसोसिएशन आफ इंडिया
(सीएआई) के अध्यक्ष अतुल एस. गणात्रा के अनुसार पाकिस्तान में कपास का
उत्पादन काफी कम हुआ है, जिस कारण पाकिस्तान को कपास की जरुरत है। इसलिए
पाकिस्तान, भारत से कपास के हो रहे आयात पर शुल्क नहीं लगायेगा।
कुल निर्यात कम होने की आशंका
उन्होंने
बताया कि चालू फसल सीजन में पहली अक्टूबर 2018 से अभी तक करीब 30 लाख गांठ
कपास कुल निर्यात सौदे हुए हैं जबकि पिछले साल इस समय तक लगभग 35 लाख गांठ
का निर्यात हुआ था। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में कपास का कुल निर्यात
करीब 55 लाख गांठ ही होने का अनुमान है जबकि पिछले सीजन में 69 लाख गांठ
कपास का निर्यात हुआ था। सीएआई ने चालू सीजन में 27 लाख गांठ के आयात का
अनुमान लगाया है।
चालू सीजन में आवक 53.64 लाख गांठ हुई है कम
सीएआई
के अनुसार चालू फसल सीजन 2018-19 में कपास का उत्पादन घटकर 330 लाख गांठ
ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 365 लाख गांठ का उत्पादन हुआ था। चालू
फसल सीजन में पहली अक्टूबर 2018 से 19 अक्टूबर 2019 तक 190 लाख गांठ कपास
की आवक हुई है जबकि पिछले सीजन की समान अवधि में 243.64 लाख गांठ की हुई
थी। अत: चालू सीजन में 53.64 लाख गांठ की आवक कम हुई है।
विश्व बाजार में उपलब्धता कम
कॉटन
के निर्यात संजीव गर्ग ने बताया कि विश्व बाजार में कपास की कुल उपलब्धता
करीब 80 गांठ कम है, इसके बावजूद भी विश्व बाजार में कपास की कीमतों में
गिरावट आई है। न्यूयार्क में मई महीने के वायदा अनुबंध में कपास का भाव
72.16 सेंट प्रति पाउंड रह गया है जबकि घरेलू बाजार में अहमदाबाद में
शंकर-6 किस्म की पास का भाव 42,000 रुपये प्रति कैंडी (एक कैंडी-356 किलो)
है। अत: मौजूदा भाव में निर्यात सौदे कम हो रहे हैं। चालू सीजन में घरेलू
बाजार में कपास की उपलब्धता कम है, ऐसे में अप्रैल में कपास की कीमतों में
तेजी बनने की संभावना है।........ आर एस राणा
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