आर एस राणा
नई
दिल्ली। चालू पेराई सीजन 2018-19 (अक्टूबर से सितंबर) के पहले साढ़े चार
महीनों पहली अक्टूबर 2018 से 15 फरवरी 2019 तक चीनी का उत्पादन 7.73 फीसदी
बढ़कर 219.30 लाख टन का हो चुका है जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में
203.55 लाख का ही उत्पादन हुआ था।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन
(इस्मा) के अनुसार चालू पेराई सीजन में महाराष्ट्र और कर्नाटक की चीनी
मिलों में पेराई जल्दी आरंभ होने से चीनी का उत्पादन अभी तक बढ़ा है लेकिन
चालू पेराई सीजन में कुल उत्पादन पिछले पेराई सीजन की तुलना में कम होने का
अनुमान है।
महाराष्ट्र में चीनी उत्पादन ज्यादा
महाराष्ट्र
में चालू पेराई सीजन में 15 फरवरी तक चीनी का उत्पादन बढ़कर 82.98 लाख टन
का हो चुका है जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में 74.74 लाख टन का
उत्पादन हुआ था। इस्मा के अनुसार राज्य में 6 चीनी मिलों में पेराई बंद हो
गई है तथा महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन में चीनी का कुल उत्पादन पिछले
साल के मुकाबले कम होने का अनुमान है।
उत्तर प्रदेश गन्ने में रिकवरी की दर ज्यादा
उत्तर
प्रदेश में चालू पेराई सीजन में 63.93 लाख टन चीनी का उत्पादन ही हुआ है
जबकि पिछले पेराई सीजन में इस समय तक 64.54 लाख टन का उत्पादन हो चुका था।
इस्मा के अनुसार उत्तर प्रदेश में गन्ने में रिकवरी की दर से तो पिछले साल
से ज्यादा आई है लेकिन प्रति हेक्टेयर गन्ने का उत्पादन कम होने का अनुमान
है।
कर्नाटक में 10 मिलों हुई पेराई बंद
कर्नाटक में
चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन बढ़कर 15 फरवरी 2019 तक 38.74 लाख टन
का हो चुका है जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में 30.73 लाख टन चीनी
का ही उत्पादन हुआ था। राज्य में 10 चीनी मिलों में पेराई बंद हो चुकी है।
अन्य राज्यों में चीनी का उत्पादन
अन्य
राज्यों में तमिलनाडु में 3.50 लाख टन, गुजरात में 7.78 लाख टन,
आंध्रप्रदेश में 4.50 लाख टन, बिहार में 4.90 लाख टन, उत्तराखंड में 2.15
लाख टन, पंजाब में 3.75 लाख टन, हरियाणा 3.60 लाख टन तथा मध्य प्रदेश और
छत्तीसगढ़ में 3.20 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है। ...... आर एस राणा
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