कुल पेज दृश्य

10 फ़रवरी 2019

केंद्र सरकार चार लाख टन मक्का आयात को दे सकती है मंजूरी

आर एस राणा
नई दिल्ली। घरेलू बाजार में मक्का की कीमतों में आई तेजी रोकने के लिए केंद्र सरकार चार लाख टन मक्का के आयात को मंजूरी दे सकती है। पोल्ट्री फीड निर्माताओं के साथ ही स्टार्च मिलों की मांग को देखते हुए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने इसका प्रस्ताव तैयार किया है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार उद्योग की मांग को देखते हुए चार लाख टन मक्का आयात की मंजूरी का प्रस्ताव है। उन्होंने बताया कि घरेलू बाजार में मक्का की कीमतों में महीनेभर में ही करीब 18 से 20 फीसदी की तेजी आ चुकी है। 
दिल्ली के नया बाजार के मक्का कारोबारी राजेश गुप्ता ने बताया कि दिल्ली में मक्का के भाव बढ़कर 2,200 से 2,250 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं, महीने भर में ही कीमतों में करीब 400 से 450 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी है। मध्य प्रदेश की मंडियों में मक्का के भाव 2,000 से 2,050 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि रबी सीजन की मक्का की आवक अप्रैल में बनेगी तथा रबी में मक्का का सबसे ज्यादा उत्पादन बिहार में होता है जबकि अन्य उत्पादक राज्य तमिलनाडु, महाराष्ट्र और आंध्रप्रदेश हैं।
खरीफ में उत्पादन अनुमान था ज्यादा
कृषि मंत्रालय ने पहले आरंभिक अनुमान में खरीफ सीजन 2018-19 में 214.7 लाख टन मक्का के उत्पादन का अनुमान जारी किया था जोकि इसके पिछले साल खरीफ सीजन के उत्पादन 202.4 लाख टन से ज्यादा है। खरीफ में मक्का का उत्पादन मुख्यत: महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में ज्यादा होता है जबकि चालू खरीफ में महाराष्ट्र के साथ ही कर्नाटक के कई जिलों में सूखे जैसे हालात होने के कारण मक्का के उत्पादन में कमी आई है।
रबी में मक्का की बुवाई घटी
चालू रबी सीजन में मक्का की बुवाई 9.78 फीसदी घटकर 14.88 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 16.50 लाख हेक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। बिहार में चालू रबी में मक्का की बुवाई 4.58 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 4.66 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई थी। अन्य राज्यों में तमिनाडु में 2.05 लाख हेक्टेयर में, महाराष्ट्र में 1.16 लाख हेक्टेयर में तथा आंध्रप्रदेश में 1.46 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई है।
होली तक रहेगी तेजी
मक्का में पोल्ट्री फीड निर्माताओं के साथ ही, स्टार्च मिलों की मांग अच्छी बनी हुई है तथा होली तक मांग बनी रहने का अनुमान है। इसलिए मौजूदा भाव में 50 से 100 रुपये की ओर तेजी बन सकती है। होली के बाद पोल्ट्री की मांग कमजोर हो जायेगी, तथा आगे मार्च के आखिर तथा अप्रैल में रबी मक्का की आवक बन जायेगी। उसके बाद ही भाव में गिरावट आने का अनुमान है।................  आर एस राणा

कोई टिप्पणी नहीं: