आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में जहां अरहर के साथ ही मूंग की बुवाई में कमी आई है, वहीं उड़द की बुवाई ज्यादा हुई है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में अरहर की बुवाई अभी तक केवल 39.91 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है, जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई 49.08 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई थी।
केंद्र सरकार ने अरहर आयात के लिए वित्त वर्ष में 2 लाख टन की सीमा तय कर दी है, तथा चालू वित्त वर्ष 2017-18 में दो लाख टन से ज्यादा का आयात हो चुका है, इसलिए मार्च 2018 तक नए आयात सौदे नहीं होंगे। इसलिए घरेलू बाजार में अरहर के भाव में सुधार तो आया है लेकिन कुल स्टॉक ज्यादा होने के कारण बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है। वैसे भी केंद्रीय पूल में अरहर का 11 लाख टन से ज्यादा का स्टॉक है तथा केंद्रीय एजेंसियों को जल्दी ही इसकी बिक्री करनी पड़ेगी। लातूर मंडी में अरहर पींक का भाव शनिवार को 4,300 रुपये, लाल का भाव 4,650 रुपये और सफेद का भाव 4,400 रुपये प्रति क्विंटल रहा।
उड़द की बुवाई चालू खरीफ में बढ़कर 38.30 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई केवल 31.64 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी। नई उड़द की आवक सितंबर में बनेगी, हालांकि दक्षिण भारत के राज्यों कर्नाटका, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के कई जिलों में बारिश की कमी है, साथ ही महाराष्ट्र के मराठवाड़ा और विदर्भा में भी बारिश सामान्य से अभी तक कम हुई है, ऐसे में आगे उड़द की प्रति हैक्टेयर उत्पादकता कैसी आती है इसी पर तेजी-मंदी निर्भर करेगी। आयातित एफएक्यू उड़द का भाव मुंबई में शनिवार को 4,350 रुपये और एसक्यू का भाव 5,300 रुपये प्रति क्विंटल रहा।
मूंग की बुवाई चालू खरीफ में घटकर 29.96 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक मूंग की बुवाई 31.17 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। खरीफ दलहल की कुल बुवाई चालू खरीफ में घटकर 127.48 लाख हैक्टेयर में ही हुई है, जबकि पिछले साल इस समय तक 129.59 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी।
महाराष्ट्र के साथ ही कर्नाटका में नई मूंग की आवक चालू हो गई है तथा चालू महीने के आखिर तक दैनिक आवक बढ़ जायेगी, इसलिए मूंग की कीमतों में आगे बड़ी तेजी की संभावना नहीं है। केंद्रीय पूल में भी 2.5 लाख टन से ज्यादा मूंग का स्टॉक है। महाराष्ट्र की सोलापूर मंडी में शनिवार को मूंग का भाव 5,000 रुपये, लातूर मंडी में 4,400 से 5,400 रुपये प्रति क्विंटल रहा।...................आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में जहां अरहर के साथ ही मूंग की बुवाई में कमी आई है, वहीं उड़द की बुवाई ज्यादा हुई है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में अरहर की बुवाई अभी तक केवल 39.91 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है, जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई 49.08 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई थी।
केंद्र सरकार ने अरहर आयात के लिए वित्त वर्ष में 2 लाख टन की सीमा तय कर दी है, तथा चालू वित्त वर्ष 2017-18 में दो लाख टन से ज्यादा का आयात हो चुका है, इसलिए मार्च 2018 तक नए आयात सौदे नहीं होंगे। इसलिए घरेलू बाजार में अरहर के भाव में सुधार तो आया है लेकिन कुल स्टॉक ज्यादा होने के कारण बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है। वैसे भी केंद्रीय पूल में अरहर का 11 लाख टन से ज्यादा का स्टॉक है तथा केंद्रीय एजेंसियों को जल्दी ही इसकी बिक्री करनी पड़ेगी। लातूर मंडी में अरहर पींक का भाव शनिवार को 4,300 रुपये, लाल का भाव 4,650 रुपये और सफेद का भाव 4,400 रुपये प्रति क्विंटल रहा।
उड़द की बुवाई चालू खरीफ में बढ़कर 38.30 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई केवल 31.64 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी। नई उड़द की आवक सितंबर में बनेगी, हालांकि दक्षिण भारत के राज्यों कर्नाटका, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के कई जिलों में बारिश की कमी है, साथ ही महाराष्ट्र के मराठवाड़ा और विदर्भा में भी बारिश सामान्य से अभी तक कम हुई है, ऐसे में आगे उड़द की प्रति हैक्टेयर उत्पादकता कैसी आती है इसी पर तेजी-मंदी निर्भर करेगी। आयातित एफएक्यू उड़द का भाव मुंबई में शनिवार को 4,350 रुपये और एसक्यू का भाव 5,300 रुपये प्रति क्विंटल रहा।
मूंग की बुवाई चालू खरीफ में घटकर 29.96 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक मूंग की बुवाई 31.17 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। खरीफ दलहल की कुल बुवाई चालू खरीफ में घटकर 127.48 लाख हैक्टेयर में ही हुई है, जबकि पिछले साल इस समय तक 129.59 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी।
महाराष्ट्र के साथ ही कर्नाटका में नई मूंग की आवक चालू हो गई है तथा चालू महीने के आखिर तक दैनिक आवक बढ़ जायेगी, इसलिए मूंग की कीमतों में आगे बड़ी तेजी की संभावना नहीं है। केंद्रीय पूल में भी 2.5 लाख टन से ज्यादा मूंग का स्टॉक है। महाराष्ट्र की सोलापूर मंडी में शनिवार को मूंग का भाव 5,000 रुपये, लातूर मंडी में 4,400 से 5,400 रुपये प्रति क्विंटल रहा।...................आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें