दक्षिण-पश्चिम मॉनसून
हिमाचल प्रदेश, पूर्वी उत्तर
प्रदेश, झारखंड, ओड़ीशा, पश्चिम
बंगाल, दिल्ली एनसीआर, उत्तरी
राजस्थान, दक्षिणी केरल और
तमिलनाडु में मॉनसून
सक्रिय रहा। जबकि
जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड,
हिमाचल प्रदेश, गुजरात, पश्चिमी
मध्य प्रदेश, उत्तर
प्रदेश के बाकी
हिस्सो, बिहार, अरुणाचल प्रदेश,
नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम, त्रिपुरा
और अरुणाचल प्रदेश
में सामान्य मॉनसून
की स्थिति बनी
रही। पिछले 24 घंटों
के दौरान बहरामपुर
में सबसे अधिक
84मिलीमीटर बारिश दर्ज की
गई। पासीघाट में
82 मिमी और तिरुपत्तूर
में 67 मिमी बारिश
हुई।
पिछले कुछ समय
से देशभर में
बारिश कम हो
रही है। 31 जुलाई
को समग्र भारत
में कुल बारिश
आंकड़ा घट कर
102 प्रतिशत पर आ
गया। उत्तर-पश्चिम
भारत में सामान्य
से 18 प्रतिशत अधिक
बारिश हुई है।
जबकि दक्षिण भारत
में सामान्य से
17 प्रतिशत कम और
पूर्वी तथा पूर्वोत्तर
भारत में 8 प्रतिशत
कम वर्षा हुई।
इस समय
मॉनसून की अक्षीय
रेखा श्रीगंगानगर, रोहतक,
बदायूँ, गोरखपुर होते हुए
असम तक बनी
हुई है। इसके
चलते जम्मू कश्मीर,
उत्तराखंड और हिमाचल
प्रदेश में अगले
24 घंटों में मॉनसून
सक्रिय हो सकता
है।
पंजाब, हरियाणा, दिल्ली,
उत्तर प्रदेश, बिहार,
पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर राज्यो,
कोंकण गोवा और
केरल में अच्छी
मॉनसूनी वर्षा होने की
संभावना है। उत्तर
पूर्वी राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड,
ओड़ीशा, गंगीय पश्चिम बंगाल,
तमिलनाडु और मध्य
महाराष्ट्र पर भी
मॉनसून वर्षा होने के
आसार हैं।.......www.skymet.com
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