पिछले 24 घंटों के दौरान मॉनसून का सबसे व्यापक प्रदर्शन मुंबई सहित
महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, कर्नाटक और
तटीय आंध्र प्रदेश में देखने को मिला। इन भागों में भारी से अति भारी
वर्षा दर्ज की गई है।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून पश्चिमी मध्य प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, विदर्भ, तेलंगाना और असम के कुछ हिस्सों तथा गंगीय पश्चिम बंगाल में भी सक्रिय रहा और कई जगहों पर मध्यम वर्षा के साथ एक-दो जगह भारी वर्षा हुई।
बिहार, पूर्वोत्तर भारत के शेष भागों, तमिलनाडु के बाकी हिस्सों, केरल, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में सामान्य मॉनसून के चलते हल्की से मध्यम बौछारें दर्ज की गईं।
मुंबई में पिछले 12 वर्षों का रिकॉर्ड टूटा और मंगलवार की सुबह 8:30 बजे से पिछले 24 घंटों के दौरान 331 मिलीमीटर की भीषण बारिश हुई। इसके अलावा माथेरान में 185 मिमी, दीव में 141 मिमी, खंडवा में 137 और महाबलेश्वर में 108 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
देश के बाकी हिस्सों में मॉनसून सामान्य या कमजोर रहा।
अगले 24 घंटों के दौरान मुंबई सहित महाराष्ट्र के तटीय भागों में मॉनसून कमजोर होगा। इन भागों में बारिश में कमी आने की संभावना है।
मॉनसून का व्यापक प्रदर्शन गुजरात में देखने को मिल सकता है। राज्य के कई भागों में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। एक-दो स्थानों पर भीषण मॉनसून वर्षा भी संभव है।
कोंकण गोवा, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश, ओड़ीशा के आंतरिक हिस्सों, विदर्भ और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में भी मॉनसून सक्रिय बना रह सकता है। इन भागों में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं।
नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम, त्रिपुरा, गंगीय पश्चिम बंगाल, दक्षिणी जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और तेलंगाना में सामान्य मॉनसून के बीच कुछ स्थानों पर हल्की जबकि एक-दो जगह मध्यम बौछारें गिरने का अनुमान है।
देश के बाकी हिस्सों में मॉनसून कमजोर बना रहेगा।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून पश्चिमी मध्य प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, विदर्भ, तेलंगाना और असम के कुछ हिस्सों तथा गंगीय पश्चिम बंगाल में भी सक्रिय रहा और कई जगहों पर मध्यम वर्षा के साथ एक-दो जगह भारी वर्षा हुई।
बिहार, पूर्वोत्तर भारत के शेष भागों, तमिलनाडु के बाकी हिस्सों, केरल, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में सामान्य मॉनसून के चलते हल्की से मध्यम बौछारें दर्ज की गईं।
मुंबई में पिछले 12 वर्षों का रिकॉर्ड टूटा और मंगलवार की सुबह 8:30 बजे से पिछले 24 घंटों के दौरान 331 मिलीमीटर की भीषण बारिश हुई। इसके अलावा माथेरान में 185 मिमी, दीव में 141 मिमी, खंडवा में 137 और महाबलेश्वर में 108 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
देश के बाकी हिस्सों में मॉनसून सामान्य या कमजोर रहा।
अगले 24 घंटों के दौरान मुंबई सहित महाराष्ट्र के तटीय भागों में मॉनसून कमजोर होगा। इन भागों में बारिश में कमी आने की संभावना है।
मॉनसून का व्यापक प्रदर्शन गुजरात में देखने को मिल सकता है। राज्य के कई भागों में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। एक-दो स्थानों पर भीषण मॉनसून वर्षा भी संभव है।
कोंकण गोवा, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश, ओड़ीशा के आंतरिक हिस्सों, विदर्भ और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में भी मॉनसून सक्रिय बना रह सकता है। इन भागों में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं।
नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम, त्रिपुरा, गंगीय पश्चिम बंगाल, दक्षिणी जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और तेलंगाना में सामान्य मॉनसून के बीच कुछ स्थानों पर हल्की जबकि एक-दो जगह मध्यम बौछारें गिरने का अनुमान है।
देश के बाकी हिस्सों में मॉनसून कमजोर बना रहेगा।
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