आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही अप्रैल से जून के दौरान ग्वार गम उत्पादों का निर्यात बढ़कर 1,45,775 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही में इनका निर्यात केवल 77,174 टन का ही हुआ था।
स्टॉकिस्टों की सक्रियता से ग्वार गम और ग्वार सीड की कीमतों में तेजी आई है, उत्तरी राजस्थान के साथ ही हरियाणा के उत्पादक राज्यों में बारिश की कम हुई है, लेकिन आईएमडी ने अगले एक-दो दिनों में ग्वार सीड के उत्पादक क्षेत्रों में अच्छी बारिश होने का अनुमान है। अतः बारिश हुई तो ग्वार सीड का फसल को फायदा होगा, जिससे ग्वार सीड और ग्वार गम के मौजूदा भाव में गिरावट ही आने का अनुमान है।
म्ंगलवार को जोधपुर मंडी में ग्वार गम का भाव 7,400 रुपये और ग्वार सीड का भाव 3,550 रुपये प्रति क्विंटल हो गया। उधर गंगानगर मंडी में ग्वार सीड का भाव बढ़कर 3,450 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। हालांकि उंचे भाव में मांग कम हुई है।.................... आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही अप्रैल से जून के दौरान ग्वार गम उत्पादों का निर्यात बढ़कर 1,45,775 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही में इनका निर्यात केवल 77,174 टन का ही हुआ था।
स्टॉकिस्टों की सक्रियता से ग्वार गम और ग्वार सीड की कीमतों में तेजी आई है, उत्तरी राजस्थान के साथ ही हरियाणा के उत्पादक राज्यों में बारिश की कम हुई है, लेकिन आईएमडी ने अगले एक-दो दिनों में ग्वार सीड के उत्पादक क्षेत्रों में अच्छी बारिश होने का अनुमान है। अतः बारिश हुई तो ग्वार सीड का फसल को फायदा होगा, जिससे ग्वार सीड और ग्वार गम के मौजूदा भाव में गिरावट ही आने का अनुमान है।
म्ंगलवार को जोधपुर मंडी में ग्वार गम का भाव 7,400 रुपये और ग्वार सीड का भाव 3,550 रुपये प्रति क्विंटल हो गया। उधर गंगानगर मंडी में ग्वार सीड का भाव बढ़कर 3,450 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। हालांकि उंचे भाव में मांग कम हुई है।.................... आर एस राणा
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