दक्षिण पश्चिम मानसून हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार के कुछ हिस्से, तटीय कर्नाटक और केरल पर व्यापक रूप से सक्रिय रहा।
वहीं पश्चिम बंगाल और उत्तरी तटीय उड़ीसा में सक्रिय मानसून की स्थिति देखी गई।
कोंकण और गोवा, उत्तर हरियाणा और उत्तर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मॉनसून सामान्य रहा।
छले 24 घंटों में, पटना में 107 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी, शिराली में 98 मिमी और मैंगलोर में 83 मिमी वर्षा रेकॉर्ड की गयी।
3 अगस्त तक, देश भर के बारिश में 1% की आ गयी है। जहां तक क्षेत्रीय वितरण की बात करें, उत्तर पश्चिमी भारत में 16% और मध्य भारत में 4% अधिक वर्षा दर्ज़ की गयी है।
जबकि दक्षिण, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में वर्षा में अभी भी 18% और 8% की कमी है।
वर्तमान में, मानसून की अक्षीय रेखा हिमालय के तराई क्षेत्रों से गुज़र रही है।
अगले 24 घंटों के दौरान, मॉनसून हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के तराई इलाके, बिहार के कई हिस्सों और गंगीय पश्चिम बंगाल में मॉनसून व्यापक रूप से सक्रिय रहेगा।
सक्रिय मॉनसून की स्थिति पूर्व उत्तर प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, वेस्ट कोस्ट और कोंकण और गोवा देखी जाएगी।
सामान्य मानसून की स्थिति आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना देखी जा सकती है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें