आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2017-18 के पहले चार महीनों अप्रैल से जुलाई के दौरान मूल्य के हिसाब से मूंगफली दाने के साथ ही शीसम सीड के निर्यात में क्रमश 42.40 फीसदी व 19.37 फीसदी की कमी आई है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार अप्रैल से जुलाई के दौरान मूगंफली दाने का निर्यात घटकर मूल्य के हिसाब से 966.68 करोड़ रुपये का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इसका निर्यात 1,678.40 करोड़ रुपये का हुआ था।
इसी तरह से शीसम सीड का निर्यात अप्रैल से जुलाई के दौरान मूल्य के हिसाब से घटकर केवल 824.42 करोड़ रुपये का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 1,022.49 करोड़ रुपये का हुआ था।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में मूंगफली के साथ ही शीसम सीड की बुवाई में भी कम आई है, इसके बावजूद भी घरेलू बाजार में इनकी कीमतों में बड़ी तेजी की संभावना नहीं है। मंत्रालय के अनुसार मूंगफली की बुवाई चालू खरीफ में घटकर अभी तक केवल 38.80 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 43.76 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। शीसम सीड की बुवाई चालू खरीफ में अभी तक केवल 13.33 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई 13.76 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी।................. आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2017-18 के पहले चार महीनों अप्रैल से जुलाई के दौरान मूल्य के हिसाब से मूंगफली दाने के साथ ही शीसम सीड के निर्यात में क्रमश 42.40 फीसदी व 19.37 फीसदी की कमी आई है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार अप्रैल से जुलाई के दौरान मूगंफली दाने का निर्यात घटकर मूल्य के हिसाब से 966.68 करोड़ रुपये का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इसका निर्यात 1,678.40 करोड़ रुपये का हुआ था।
इसी तरह से शीसम सीड का निर्यात अप्रैल से जुलाई के दौरान मूल्य के हिसाब से घटकर केवल 824.42 करोड़ रुपये का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 1,022.49 करोड़ रुपये का हुआ था।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में मूंगफली के साथ ही शीसम सीड की बुवाई में भी कम आई है, इसके बावजूद भी घरेलू बाजार में इनकी कीमतों में बड़ी तेजी की संभावना नहीं है। मंत्रालय के अनुसार मूंगफली की बुवाई चालू खरीफ में घटकर अभी तक केवल 38.80 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 43.76 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। शीसम सीड की बुवाई चालू खरीफ में अभी तक केवल 13.33 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई 13.76 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी।................. आर एस राणा
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