दक्षिण पश्चिम मॉनसून बीते 24 घंटों मे गंगीय पश्चिम बंगाल में व्यापक रूप से सक्रिय रहा। जबकि झारखंड, छत्तीसगढ़, उत्तरी तटीय ओड़ीशा, कर्नाटक और आंतरिक तमिलनाडू में मॉनसून सक्रिय रहा।
बीते 24 घंटों के दौरान सबसे अधिक बारिश वाले स्थानों पर ज़िक्र करें तो चेरापुंजी में 81 मिलीमीटर की भारी वर्षा दर्ज की गई। शांतिनिकेतन में 74 और बुरद्वान में 73 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई।
15 अगस्त तक देश भर में कुल वर्षा का आंकड़ा सामान्य से 4 प्रतिशत नीचे बना हुआ है।
क्षेत्रीय वितरण की बात करे तो मध्य भारत में 8 फीसदी और दक्षिण भारत में 16 प्रतिशत वर्षा कम हुई है। दूसरी ओर उत्तर पश्चिम भारत 4 प्रतिशत से जबकि पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत 2 प्रतिशत अधिक वर्षा से आगे है।
इस बीच मॉनसून की अक्षीय रेखा हिमालय के तराई क्षेत्रों से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक पहुँच रही है। पूर्व में मॉनसून ट्रफ पटना, बंकुरा और दिघा में केन्द्रित है।
अगले 24 घंटों के
दौरान पूर्वी उत्तर
प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़,
ओड़ीशा, पश्चिम बंगाल, तटीय
आंध्र प्रदेश और
आंतरिक कर्नाटक में मॉनसून
सबसे अधिक प्रभावी
रहेगा जिससे अच्छी
वर्षा होने की
उम्मीद है। जबकि तेलंगाना, कोंकण
गोवा, असम, मेघालय,
त्रिपुरा और सिक्किम
में सामान्य मॉनसून
की स्थिति बनी
रहेगी।........www.skymet.com
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