गुजरात के मध्य भागों पर एक गहरे निम्न दबाव का
क्षेत्र बना हुआ है। इस जगह एक चक्रवाती सिस्टम भी विकसित हुआ है, जो जल्द
ही और सशक्त होते हुए डिप्रेशन का रूप ले सकता है।
मॉनसून की अक्षीय रेखा इस समय गहरे निम्न दबाव के क्षेत्र से इंदौर,
सिवनी, रायपुर और गोपालपुर होते हुए बंगाल की खाड़ी तक पहुँच रही है।उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे जम्मू कश्मीर के हिस्सों पर एक नया पश्चिमी विक्षोभ दिखाई दे रहा है।
पश्चिमी तटों पर महाराष्ट्र से उत्तरी केरल तक ट्रफ रेखा बनी हुई है।
बीते 24 घंटों के दौरान मुंबई सहित कोंकण गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश में भारी से अति भारी वर्षा दर्ज की गई है।
पश्चिमी मध्य प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, विदर्भ, तेलंगाना और असम के कुछ हिस्सों तथा गंगीय पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर मध्यम वर्षा के साथ एक-दो जगह भारी बारिश देखने को मिली।
बिहार, पूर्वोत्तर भारत के शेष भागों, तमिलनाडु के बाकी हिस्सों, केरल, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बौछारें दर्ज की गईं।
देश के बाकी हिस्सों में मौसम सामान्य या निष्क्रिय रहा और विशेष बारिश नहीं हुई।
अगले 24 घंटों के दौरान मुंबई सहित महाराष्ट्र के तटीय भागों में मौसम कमजोर होगा जिससे इन भागों में बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी।
बारिश का सबसे अधिक ज़ोर गुजरात पर रहेगा। गुजरात के कई इलाकों में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। एक-दो स्थानों पर मूसलाधार वर्षा भी हो सकती है।
कोंकण गोवा, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश के अधिकतर हिस्सों, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश, ओड़ीशा के आंतरिक हिस्सों, विदर्भ और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम, त्रिपुरा, गंगीय पश्चिम बंगाल, दक्षिणी जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और तेलंगाना में कुछ स्थानों पर हल्की तथा एक-दो जगह मध्यम बौछारें गिर सकती हैं।
देश के बाकी हिस्सों में मौसमी हलचल कम रहेगी।.........www.skymet.com
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