30 जनवरी 2013
अप्रैल में नई आवक से पहले गेहूं के भाव बढऩे के आसार
आर एस राणा नई दिल्ली | Jan 30, 2013, 02:31AM IST
बेअसर स्टॉक
केंद्रीय पूल चार गुना स्टॉक के बावजूद गेहूं में तेजी
पहली जनवरी को 343.83 लाख टन सरकारी गेहूं का स्टॉक
बफर मानकों के अनुसार 82 लाख टन स्टॉक रखने की जरूरत
पिछले सीजन में 380.23 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी
दिल्ली में गेहूं का मौजूदा भाव 1600 रुपये प्रति क्विंटल
केंद्रीय पूल में बंपर स्टॉक होने के बावजूद फरवरी-मार्च में गेहूं की कीमतों में और 100 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आने की आशंका है।
मंगलवार को दिल्ली के लारेंस रोड पर गेहूं का दाम 1,600-1,610 रुपये प्रति क्विंटल रहा। एक जनवरी को केंद्रीय पूल में 343.83 लाख टन गेहूं का स्टॉक मौजूद है जो तय मानकों बफर के मुकाबले चार गुना से भी ज्यादा है।
रोलर फ्लोर मिलर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की सचिव वीणा शर्मा ने बताया कि खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत अब तक उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से ज्यादा गेहूं उठ रहा है।
उत्तर प्रदेश में स्वयं का गेहूं समाप्त हो गया है तथा अन्य राज्यों के गेहूं की निविदा भरने का न्यूनतम भाव उत्तर प्रदेश में 1,572 रुपये प्रति क्विंटल है जो उत्तर प्रदेश के स्वयं के दाम 1,403 रुपये से 168 रुपये प्रति क्विंटल ज्यादा है। इसलिए मौजूदा कीमतों में फरवरी-मार्च में 100 रुपये की तेजी आकर भाव 1,700 से 1,710 रुपये प्रति क्विंटल होने की संभावना है।
श्री बालाजी फूड प्रोडक्ट के प्रबंधक संदीप बंसल ने बताया कि उत्तर प्रदेश में ओएमएसएस के तहत गेहूं की निविदा भरने का न्यूनतम भाव ज्यादा होने के कारण राज्य की फ्लोर मिलें दिल्ली और मध्य प्रदेश से गेहूं खरीदेंगी, जिससे कीमतों में तेजी आएगी।
दिल्ली में गेहूं की खरीद के लिए निविदा भरने का न्यूनतम भाव 1,527 रुपये और मध्य प्रदेश में राज्य के स्वयं के गेहूं की निविदा भरने का भाव 1,414 रुपये और पंजाब व हरियाणा के गेहूं का बिक्री भाव 1,609 रुपये प्रति क्विंटल है।
दिल्ली फ्लोर मिल्स लिमिटेड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि फ्लोर मिलों को फरवरी-मार्च तक भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) से ही गेहूं की खरीद करनी है तथा मार्च में ओएमएसएस के तहत बिक्री बंद हो जाएगी। ऐसे में अप्रैल में गेहूं की नई फसल आने के बाद ही कीमतों में गिरावट आएगी।
रबी विपणन सीजन 2013-14 के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1,350 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है। गेहूं उत्पादों के थोक विक्रेता मुकेश गुप्ता ने बताया कि गेहूं की कीमतों में तेजी का असर आटा और मैदा के दाम पर भी पड़ेगा।
केंद्रीय पूल में पहली जनवरी को 343.83 लाख टन गेहूं का स्टॉक मौजूद है जो तय मानकों 82 लाख टन के मुकाबले कई गुना है। रबी विपणन सीजन 2012-13 में एमएसपी पर 380.23 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी जबकि विपणन सीजन 2013-14 में खरीद में बढ़ोतरी होने का अनुमान है। (Business Bhaskar....R S Rana)
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