18 जनवरी 2013
दलहन उत्पादन बढ़ाने के लिए 2,000 करोड़ रुपये
आर एस राणा नई दिल्ली | Jan 18, 2013, 04:10AM IST
आत्मनिर्भरता के लिए 12वीं योजना का प्रस्ताव तैयार किया कृषि मंत्रालय ने
आयात पर निर्भरता कम करने के लिए 12वीं पंचवर्षीय योजना में दलहन उत्पादन बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जाएगा।
कृषि मंत्रालय ने 12वीं पंचवर्षीय योजना में दालों का उत्पादन बढ़ाने के लिए 2,000 करोड़ रुपये आवंटन का प्रस्ताव किया है। इसका आवंटन राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (एनएफएसएम) के तहत किया जाएगा, जिसमें किसानों को दलहन के प्रमाणित बीज, खाद और कीटनाशकों पर सब्सिडी दी जाएगी।
एनएफएसएम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बिजनेस भास्कर को बताया कि आयात पर निर्भरता कम करने के लिए दालों का घरेलू उत्पादन बढ़ाना जरूरी है। देश में दालों की सालाना खपत बढ़कर 200 लाख टन से ज्यादा हो गई है जबकि वर्ष 2011-12 में दलहन की पैदावार घटकर 172.1 लाख टन की हुई थी।
इसीलिए वर्ष 2011-12 में दालों का आयात बढ़कर 34.91 लाख टन का हुआ है। वर्ष 2010-11 में 27.78 लाख टन दालों का आयात हुआ था।
उन्होंने बताया कि 12वीं पंचवर्षीय योजना में दलहन उत्पादन में बढ़ोतरी के लिए 2,000 करोड़ रुपये के आवंटन का प्रस्ताव किया गया है। इसके तहत चिन्हित किए जिलों के किसानों को प्रमाणित बीज, खाद और कीटनाशकों पर सब्सिडी दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि 12वीं पंचवर्षीय योजना के तहत पहले साल में दलहन की पैदावार में बढ़ोतरी के लिए 300 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है जबकि अन्य स्कीमों को मिलाकर कुल आवंटन 1,050.18 करोड़ रुपये का हुआ है। इसमें से अभी तक राज्यों को 484.06 करोड़ रुपये का वितरण किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि 12वीं पंचवर्षीय योजना के दूसरे साल में दलहन पैदावार में बढ़ोतरी के लिए 400 करोड़, तीसरे साल में 500 करोड़, चौथे और पांचवें साल में भी क्रमश: 400-400 करोड़ रुपये के आवंटन का प्रस्ताव है।
उन्होंने बताया कि खरीफ में मानसून की देरी से दालों की पैदावार में कमी आई थी लेकिन चालू रबी में बुवाई क्षेत्रफल में तो बढ़ोतरी हुई ही है, साथ ही मौसम भी अभी तक फसलों के अनुकूल बना हुआ है। ऐसे में दालों का कुल उत्पादन वर्ष 2012-13 में 180 लाख टन से ज्यादा का होने का अनुमान है।
खरीफ 2012-13 में दालों का उत्पादन घटकर 52.6 लाख टन होने का अनुमान है जो वर्ष 2011-12 के 61.6 लाख टन से कम है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू रबी में अभी तक दालों की बुवाई बढ़कर 140.87 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है। (Business Bhaskar.....R S Rana)
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