22 जनवरी 2013
खाद्य मिशन में चारे वाली फसलें भी शामिल
आर एस राणा नई दिल्ली | Jan 22, 2013, 03:08AM IST
12वीं योजना में खाद्यान्न पैदावार बढ़ाने के लिए 12,350 करोड़ आवंटन का प्रस्ताव
खाद्यान्न पैदावार में बढ़ोतरी के लिए 12वीं पंचवर्षीय योजना में 12,350 करोड़ रुपये के आवंटन का प्रस्ताव किया है। कृषि मंत्रालय ने 12वीं पंचवर्षीय योजना में चावल, गेहूं, दलहन और मोटे अनाजों के साथ ही चारा वाली फसलों को भी शामिल किया है।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (एनएफएसएम) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बिजनेस भास्कर को बताया कि फसलों की पैदावार में बढ़ोतरी के लिए 12वीं पंचवर्षीय योजना में एनएफएसएम के तहत 12,350 करोड़ रुपये के आवंटन का प्रस्ताव किया गया है जो 11वीं पंचवर्षीय योजना के 4883 करोड़ रुपये के मुकाबले करीब 153 फीसदी ज्यादा है।
उन्होंने बताया 11वीं पंचवर्षीय योजना में एनएफएसएम के तहत गेहूं, चावल और दलहनी फसलों की पैदावार में बढ़ोतरी के प्रयास किए गए थे जबकि 12वीं पंचवर्षीय योजना में चावल, गेहूं, दलहन के साथ ही मोटे अनाजों (ज्वार, बाजरा, मक्का और रागी) तथा चारे वाली फसलों को भी शामिल किया गया है।
उन्होंने बताया कि आयात पर निर्भरता कम करने और खाद्यान्न की घरेलू उपलब्धता बढ़ाने के लिए 12वीं पंचवर्षीय योजना में दलहन और मोटे अनाजों की पैदावार में बढ़ोतरी के लिए ज्यादा जोर रहेगा।
इसीलिए गेहूं और चावल के मुकाबले दालों और मोटे अनाजों के लिए ज्यादा आवंटन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 11वीं पंचवर्षीय योजना में गेहूं और चावल की पैदावार के लिए तय किए लक्ष्यों को प्राप्त कर लिया गया है लेकिन दलहन की पैदावार तय लक्ष्य से कम रही है।
मिशन का उद्देश्य एक ओर जहां देश की विशाल आबादी को खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर्भर बनाना है, वहीं किसानों की आय भी बढ़ाना है।
किसानों के जीवन का आर्थिक स्तर सुधारना और उनके लिए रोजगार के अवसर सृजित करना इस योजना को मुख्य लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि योजना में जिंसों का उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के लिए किसानों को प्रमाणित बीज, खाद और कीटनाशकों पर सब्सिडी दी जाती है।
12वीं पंचवर्षीय योजना के पहले साल वर्ष 2012-13 में एनएफएसएम के तहत 1,850 करोड़ रुपये का आवंटन किया था जिसमें से 1,126.02 करोड़ रुपये अभी तक राज्यों को आवंटित किए जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि 11वीं पंचवर्षीय योजना में एनएफएसएम के तहत 9 राज्यों को शामिल किया गया था जबकि 12वीं पंचवर्षीय योजना में एनएफएसएम की स्कीमों का लाभ देश के 27 राज्यों के किसानों को मिलेगा। (Business Bhaskar....R S Rana)
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