18 जनवरी 2013
क्रूड खाद्य तेलों के आयात पर लगा 2.5 फीसदी शुल्क
कदम - सीसीईए ने रिफाइनिंग उद्योग को राहत देने के लिए फैसला किया
प्रोसेस्ड फूड के निर्यात को मंजूरी
नई दिल्ली - आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में कृषि जिंसों के उन प्रसंस्कृत उत्पादों के निर्यात की मंजूरी दी गई है जिन अनाजों के निर्यात पर रोक है। प्रसंस्कृत उत्पादों में गेहूं का मेसलिन (मिश्रित) आटा, गेहूं छोड़कर बाकी अनाजों का आटा (मक्का व ओट्स आदि), अनाजों का दलिया, भोजन आहार, अंकुरित अनाज, अनाज के अन्य उत्पाद, कैसीन और उसके उत्पाद आदि सहित दूध के उत्पाद, मक्खन तथा अन्य दूध आदि वसा वाले उत्पाद, पनीर और दही, प्याज के मूल्यवर्धित उत्पाद और मूंगफली का मक्खन शामिल हैं। (ब्यूरो)
क्रूड खाद्य तेल महंगे होंगे लेकिन रिफाइंड खाद्य तेलों पर शुल्क पूर्ववत 7.5 फीसदी
व्यापार घाटे को कम करने और घरेलू उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए केंद्र सरकार ने क्रूड खाद्य तेलों के आयात पर 2.5 फीसदी आयात शुल्क लगा दिया है। लेकिन घरेलू बाजार में खाद्य तेलों के मूल्य पर अंकुश रखने के लिए रिफाइंड खाद्य तेलों के आयात शुल्क में बढ़ोतरी नहीं की गई है।
आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की गुरुवार को हुई बैठक में क्रूड खाद्य तेल के आयात पर 2.5 फीसदी का आयात शुल्क लगाने का फैसला किया गया है जबकि रिफाइंड खाद्य तेलों के आयात पर आयात शुल्क को 7.5 फीसदी के पूर्व स्तर पर रखा गया है।
कृषि मंत्रालय ने किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए क्रूड खाद्य तेल पर आयात शुल्क लगाने और रिफाइंड खाद्य तेलों पर शुल्क को बढ़ाने की मांग की थी। चालू सप्ताह में केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार और खाद्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रो. के वी थॉमस ने वित्त मंत्री पी. चिदंबरम से खाद्य तेलों के आयात की समीक्षा बैठक की थी।
घरेलू आवश्यकता की 50 फीसदी से ज्यादा आपूर्ति आयातित खाद्य तेलों से होती है। दिसंबर महीने में खाद्य तेल के आयात में 35 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई और इस दौरान कुल 9.01 लाख टन खाद्य तेल का आयात किया गया।
तेल वर्ष 2011-12 (नवंबर 2011 से अक्टूबर 2012) में देश में रिकार्ड 101.9 लाख टन खाद्य तेल का आयात हुआ था। सॉल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अध्यक्ष विजय डाटा ने बताया कि क्रूड खाद्य तेलों के आयात शुल्क में बढ़ोतरी से किसानों को तिलहन का अच्छा दाम मिलेगा, साथ ही उद्योगों को भी राहत मिलेगी।
आयात शुल्क लगने से पाम तेल गिरा
सिंगापुर - भारत में क्रूड पाम तेल समेत सभी तरह के क्रूड खाद्य तेलों पर 2.5 फीसदी आयात शुल्क लगने के बाद मलेशिया में पाम तेल के भाव गिर गए। मलेशिया में पाम तेल का स्टॉक पहले ही रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुका है।
विश्लेषकों का मानना है कि भारत में शुल्क लगने के बाद मलेशिया से पाम तेल का निर्यात प्रभावित होगा और स्टॉक को घटाना मुश्किल होगा।
चालू जनवरी के पहले पखवाड़े में पाम तेल का निर्यात पहले ही 20 फीसदी कम रहा है। भारत में टैक्स लगने के बाद निर्यात में और कमी आने की आशंका है। बुर्शा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज में अप्रैल डिलीवरी क्रूड पाम तेल 2.1 फीसदी गिरकर 2378 रिंगिट (789 डॉलर) प्रति टन रह गया। (Business Bhaskar)
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