नई दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने एवं मार्च क्लोजिंग के कारण आवक प्रभावित होने से दिल्ली के नया बाजार में मंगलवार को चना, अरहर, उड़द के साथ ही मसूर की कीमतों में तेजी दर्ज की गई।
महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की अधिकांश मंडियां होली और मार्च क्लोलिंग की छुट्टियों के कारण 4 अप्रैल तक बंद रहेंगी। अत: मंडियां बंद होने से दलहन की आवक प्रभावित होगी, जिससे कीमतों में सुधार बना रह सकता है।
दिल्ली के लारेंस रोड़ पर चना की कीमतों में 50 रुपये की तेजी आकर राजस्थानी चना के दाम 5,100 रुपये और मध्य प्रदेश के चना के भाव 5,050 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
दाल मिलों की हाजिर बढ़ने से बर्मा की नई लेमन अरहर के दाम 100 रुपये बढ़कर चेन्नई से हाजिर डिलीवरी के भाव 6,750 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। चेन्नई में अरहर के भाव 125 रुपये बढ़कर 6,425 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। कर्नाटक लाईन की नेफेड की खरीदी हुई पुरानी अरहर के दाम 50 रुपये बढ़कर 6,900 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। हरियाणा लाईन की नई घरेलू अरहर की के दाम 150 रुपये बढ़कर 6,050 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
बर्मा उड़द एसक्यू-एफएक्यू की कीमतों में 200-300 रुपये की तेजी दाम क्रमश: 8,250 रुपये और 7,600 रुपये प्रति क्विंटल हो गए, चेन्नई में विदेशी आपूर्ति के बावजूद नीचे दाम पर मिलों की खरीद से कीमतों में सुधार आया हैं। आंध्र प्रदेश की नई उड़द की कीमतों में दिल्ली में 150 रुपये की तेजी आकर 7,800-7,900 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। मध्यप्रदेश लाईन की नेफेड द्वारा खरीदी हुई उड़द भी 100 रुपये बढ़कर 7,000 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर पहुंच गई।
दाल मिलों की मांग बढ़ने से दिल्ली में कनाडा और मध्य प्रदेश लाईन की मसूर की कीमतों में 75 से 100 रुपये की तेजी आकर भाव क्रमश: 6,025 और 6,100 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
आयात पड़ते नहीं लगने के कारण मसूर का आयात संभव नहीं है। साथ ही आयातित मसूर का स्टॉक लगातार कम हो रहा है। जिस कारण बड़े खरीददार और मिलर्स घरेलू मसूर की खरीद ज्यादा करेंगे साथ ही मसूर में नीचे दाम पर मिलर्स की खरीद निकलने की उम्मीद है, क्योंकि आयातित माल आने की उम्मीद नहीं है।
नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, एनसीडीईएक्स पर अप्रैल डिलीवरी वायदा अनुबंध में चना की कीमतें 86 रुपये की तेजी आई, जबकि मई वायदा अनुबंध में इसकी कीमतों में 93 रुपये का सुधार आया।
30 मार्च 2021
दिल्ली में चना, अरहर, उड़द और मसूर तेज, मार्च क्लोजिंग के कारण आवक प्रभावित
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