नई दिल्ली। बर्मा के यंगून से करीब 600 केंटनर (14,400 टन) उड़द लेकर चेन्नई के लिए 15 मार्च को डायरेक्ट वैसल रवाना हुआ।
बर्मा के स्थानीय व्यापारी के अनुसार, दूसरा सीधा जहाज 25 मार्च को चेन्नई के लिए रवाना होने की उम्मीद है, इसमें 500-600 कंटेनरों लोड करने की उम्मीद है और तीसरे सीधे जहाज के 15 से 20 अप्रैल के बीच रवाना होने की उम्मीद है।
व्यापारिक गतिविधियां नाममात्र की हो रही है है क्योंकि 14 मार्च, 2021 को मार्शल लॉ लागू किया गया था। इंटरनेट सेवाएं भी प्रभावित हुईं हैं।
इस बीच, बंदरगाह पर गतिविधियां के साथ ही सरकारी बैंकिंग लेनदेन धीरे-धीरे शुरू हो रही हैं।
केंद्र सरकार ने 31 मार्च, 2021 से 30 अप्रैल तक वित्त वर्ष 2020-21 के लिए उड़द के 1.5 लाख टन के आयात कोटे की समय सीमा को एक महीने के लिए बढ़ा दिया है।
केंद्र सरकार ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 4 लाख टन अरहर और 1.5 लाख टन मूंग के आयात के लिए कोटा जारी कर दिया है।
डीजीएफटी ने वित्त वर्ष 2021-22 में मोजाम्बिक से दो लाख टन अरहर के आयात की अधिसूचना जारी कर दी है।
भारत सरकार चालू वित्त वर्ष में 31 मार्च 2022 तक की अवधि के लिए चार लाख टन उड़द के आयात का कोटा पहले ही जारी कर चुकी है।
सरकार ने 2.5 लाख टन उड़द के आयात के लिए म्यांमार के साथ पांच साल का एमओयू किया हुआ है।
20 मार्च 2021
बर्मा से उड़द लेकर चेन्नई के लिए 15 मार्च को डायरेक्ट वैसल रवाना हुआ
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