नई दिल्ली। विश्व बाजार में कॉटन की कीमतों में चल रही तेजी से घरेलू बाजार से कॉटन का निर्यात पिछले साल की तुलना में 10 लाख गांठ ज्यादा होने का अनुमान है, जबकि उत्पादन फरवरी के आरंभिक अनुमान के मुकाबले 1.50 लाख गांठ कम होने की उम्मीद है।
विदेशी बाजार में कॉटन की कीमतों में गुरूवार को लगातार दूसरे दिन भारी तेजी आई। आईसीई कॉटन मई वायदा के दाम गुरूवार को 3.67 फीसदी बढ़कर 88.35 सेंट पर बंद हुए, जबकि जुलाई वायदा के दाम भी 3.66 फीसदी बढ़कर 89.20 सेंट पर बंद हुए। यूएसडीए की साप्ताहिक निर्यात, बिक्री रिपोर्ट मजबूत आने से निवेशकों की मांग बढ़ी है जिससे आईसीई कॉटन वायदा में तेजी आई है। विदेशी बाजार में दाम तेज होने से घरेलू बाजार से यार्न एवं कॉटन में निर्यात मांग अच्छी बनी हुई है।
पहली अक्टूबर 2020 से शुरू हुए चालू फसल सीजन में कॉटन का उत्पादन फरवरी के अनुमान 1.50 लाख गांठ (एक गांठ-170 किलोग्राम) घटकर 358.50 लाख गांठ ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल देश में 360 लाख गांठ का उत्पादन हुआ था।
आयात में कमी आने की आशंका
कॉटन एसोसिएशन आफ इडिया, सीएआई के अनुसार चालू फसल सीजन फरवरी अंत तक 298.89 लाख गांठ कॉटन की आवक मंडियों में हो चुकी है जबकि 7 लाख गांठ का आयात हो चुका है। नई फसल के आरंभ में पहली अक्टूबर 2020 को 125 लाख गांठ कपास का बकाया स्टॉक बचा हुआ था। चालू सीजन में कपास का कुल आयात घटकर 12 लाख गांठ ही होने का अनुमान है, जबकि पिछले फसल सीजन में 15.50 लाख गांठ कपास का आयात हुआ था।
निर्यात 10 लाख गांठ बढ़ने का अनुमान
सीएआई के अनुसार चालू फसल सीजन में कपास का निर्यात बढ़कर 60 लाख गांठ होने का अनुमान है, जोकि आरंभिक अनुमान 54 लाख गांठ से 6 लाख गांठ ज्यादा है जबकि पिछले फसल सीजन से 10 लाख गांठ ज्यादा होगा। पिछले फसल सीजन में केवल 50 लाख गांठ कपास का ही निर्यात हुआ था। उद्योग के अनुसार पहली अक्टूबर से फरवरी अंत तक करीब 36 लाख गांठ की शिपमेंट हो चुकी है।
12 मार्च 2021
कॉटन उत्पादन अनुमान में 1.50 लाख गांठ की कटौती, निर्यात बढ़ेगा - सीएआई
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