नई दिल्ली। फरवरी में खाद्य एवं अखाद्य तेलों के आयात में 25 फीसदी की गिरावट आकर कुल आयात 838,607 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल फरवरी में इनका आयात 1,112,478 टन का हुआ था। फरवरी में 796,568 टन खाद्य एवं 42,039 टन अखाद्य तेलों का आयात हुआ।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू तेल वर्ष नवंबर-20 से अक्टूबर-21 के पहले चार महीनों में खाद्य एवं अखाद्य तेलों के आयात में 3.7 फीसदी की गिरावट आकर कुल आयात 4,394,760 टन का हुआ है जबकि पिछले तेल तेल वर्ष की समान अवधि में इनका आयात 4,563,791 टन का हुआ था।
फरवरी 2021 के दौरान खाद्य तेल के आयात में कमी आने का मुख्य कारण सर्दियों के मौसम के कारण कम मांग और पिछले दो महीनों में सीपीओ के अत्यधिक आयात होना है। सूरजमुखी तेल की विश्व बाजार में तेज होने के कारण इसके आयात पर असर पड़ा है, कीमतें ज्यादा होने के कारण उपभोक्ताओं ने दूसरे खाद्य तेलों जैसे सोयाबीन तेल आदि का ज्यादा उपयोग किया।
जनवरी के मुकाबले फरवरी में खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी आई। फरवरी में भारतीय बंदरगाह पर आरबीडी पॉमोलीन तेल का दाम बढ़कर 1,057 डॉलर प्रति टन हो गया, जबकि जनवरी में इसका औसत भाव 1,022 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से क्रुड पाम तेल का दाम जनवरी के 1,047 डॉलर प्रति टन से बढ़कर फरवरी में 1,089 डॉलर प्रति टन हो गया। क्रुड सोयाबीन तेल का दाम जनवरी के 1,121 डॉलर से बढ़कर फरवरी में 1,126 डॉलर प्रति टन हो गया।
जनवरी के मुकाबले फरवरी में खाद्य तेलों के दाम बढ़े, फरवरी में भारतीय बंदरगाह पर आरबीडी पॉमोलीन तेल का दाम बढ़कर 1,057 डॉलर प्रति टन हो गया, जबकि जनवरी में इसका औसत भाव 1,022 डॉलर प्रति टन था। क्रुड पाम तेल का दाम जनवरी के 1,047 डॉलर से बढ़कर फरवरी में 1,089 डॉलर प्रति टन हो गया।
12 मार्च 2021
फरवरी में खाद्य एवं अखाद्य तेलों के आयात में 25 फीसदी की कमी आई- एसईए
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