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03 मार्च 2021

चीनी का उत्पादन 233.77 लाख टन हुआ, पिछले साल की तुलना में 20 फीसदी ज्यादा

नई दिल्ली। चीनी मिलों में जल्द पेराई शुरू होने से चालू पेराई सीजन 2020-21 के पहले पांच महीनों पहली अक्टूबर से 28 फरवरी 2021 तक चीनी का उत्पादन 19.99 फीसदी बढ़कर 233.77 लाख टन का हो चुका है जबकि पिछले सीजन में इस दौरान केवल 194.82 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ था।

इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार चालू पेराई सीजन में महाराष्ट्र में 28 फरवरी 2021 तक 84.85 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 50.70 लाख टन का ही उत्पादन हुआ था। राज्य में चालू पेराई सीजन में 188 चीनी मिलों में पेराई चल रही थी, जिनमें से 12 चीनी मिलों में पेराई बंद हो चुकी है जोकि सभी सोलापुर रीजन की हैं।

उत्तर प्रदेश में चालू पेराई सीजन में 120 चीनी मिलों में पेराई चल रही थी, जिसमें से 11 मिलों में पेराई बंद हो चुकी है। राज्य में 28 फरवरी 2021 तक 74.20 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है जोकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में 76.86 लाख टन से थोड़ा कम है, पिछले पेराई सीजन में राज्य में 119 मिलों में पेराई चल रही थी।

कर्नाटक में चालू पेराई सीजन में 28 फरवरी तक 40.53 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में केवल 32.60 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ था।

गुजरात में चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन 7.49 लाख टन और  तमिलनाडु में 3.16 लाख टन चीनी का उत्पादन 28 फरवरी 2021 तक हो चुका है जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में इन राज्यों में क्रमश: 6.83 लाख टन और 3.37 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। देश के अन्य राज्यों आंध्रप्रदेश और तेलंगाना, बिहार, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और ओडिशा में 23.54 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है।

सूत्रों के अनुसार सभी प्रमुख उत्पादक राज्यों में चीनी की कीमतों पर दबाव बना हुआ है तथा चीनी के एक्स फैक्ट्री भाव तमिलनाडु में 3,200 से 3,225 रुपये और उत्तरी राज्यों में 3,160 से 3,180 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं जोकि पिछले साल की तुलना में 80 से 100 रुपये प्रति क्विंटल नीचे हैं।

निर्यात के मोर्चे पर, चीनी मिलों को ट्रकों और कंटेनरों की कमी के साथ-साथ बंदरगाहों पर जहाजों की पर्याप्त उपलब्धता की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, जिनके बारे में पहले से ही सरकार और संबंधित अधिकारियों को जानकारी दी जा चुकी हैं। हालांकि, विशाखापट्टनम पोर्ट ट्रस्ट द्वारा काफी अच्छे कदम उठायें गए है। चालू पेराई सीजन में फरवरी अंत तक करीब 32 लाख टन चीनी के निर्यात सौदे हो चुके हैं।

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