नई दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से गुरूवार को मुंबई में शुरूआती कारोबार में कनाडा के साथ ही आस्ट्रेलियाई मसूर की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। अरहर, उड़द और चना के दाम स्थिर बने रहे।
मार्च क्लोलिंग के कारण दाल मिलों की ग्राहकी कमजोर है, साथ ही मिलें नकदी के संकट का सामना भी कर रही है।
दाल मिलों की हाजिर मांग घटने से कनाडा की मसूर मुंबई, हजीरा, कांडला और मुंद्रा बंदरगाह पर तथा आस्ट्रेलियाई मसूर के दाम मुंबई में 25—50 रुपये प्रति क्विंटल घट गए। घरेलू बाजार में आवक बढ़ने के कारण मिलों की बढ़े भाव में ग्राहकी कमजोर रही। हालांकि घरेलू बाजार में अभी मसूर की दैनिक आवकों का दबाव नहीं बना है।
आयातित मसूर का स्टॉक दिन प्रति दिन घट रहा है साथ ही आयात पड़ते नहीं लगने के कारण आयात होने की संभावना नहीं है। व्यापारियों के अनुसार आगे नई फसल की आवक बढ़ेगी, तथा चालू रबी में मसूर का उत्पादन अनुमान ज्यादा है, इसलिए मिलर्स जरुरत के हिसाब से खरीद कर रहे हैं। उत्पादन अनुमान में कमी की आशंका के कारण नीचे दाम पर मसूर में खरीददारी बढ़ने के आसार हैं। वैसे भी पड़ते नहीं होने के कारण अभी मसूर का आयात भी संभव नहीं है।
उड़द एफएक्यू नई और पुरानी के दाम मुंबई में क्रमश: 7,200 और 7,100 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
रसिया के काबूली चना के दाम 5,000 से 5,100 रुपये, तंजानिया के चना के दाम 4,700 से 4,725 रुपये और सुडान के काबूली चना के दाम 4,650 से 5,000 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
लेमन अरहर के दाम 6,400 रुपये और अरुषा अरहर के भाव 5,950 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर रहे।
नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, एनसीडीईएक्स पर मार्च वायदा अनुबंध में चना की कीमतों में 35 रुपये की गिरावट आई, जबकि अप्रैल वायदा अनुबंध में इसके भाव में 78 रुपये का मंदा आया।
18 मार्च 2021
मुंबई में कनाडा और आस्ट्रलियाई मसूर की कीमतों में गिरावट, अन्य दालें स्थिर
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