नई
दिल्ली। चालू पेराई सीजन 2020-21 के पहले साढ़े पांच महीनों पहली अक्टूबर
से 15 मार्च 2021 तक चीनी का उत्पादन 19.68 फीसदी बढ़कर 258.68 लाख टन का
हो चुका है जबकि पिछले पेराई सीजन में इस दौरान केवल 216.13 लाख टन चीनी का
ही उत्पादन हुआ था।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार
चालू पेराई सीजन में महाराष्ट्र में 15 मार्च 2021 तक 94.05 लाख टन चीनी का
उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 55.85 लाख टन का ही
उत्पादन हुआ था।
उत्तर प्रदेश में चालू पेराई सीजन में 120 चीनी
मिलों में पेराई चल रही थी, जिसमें से 18 मिलों में पेराई बंद हो चुकी है।
राज्य में 15 मार्च 2021 तक 84.25 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है जोकि
पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में 87.16 लाख टन से थोड़ा कम है, पिछले
पेराई सीजन में राज्य में 119 मिलों में पेराई चल रही थी।
कर्नाटक
में चालू पेराई सीजन में 15 मार्च तक 41.35 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका
है जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में केवल 33.35 लाख टन चीनी का ही
उत्पादन हुआ था।
गुजरात में चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन
8.49 लाख टन और तमिलनाडु में 4.01 लाख टन चीनी का उत्पादन 15 मार्च 2021
तक हो चुका है जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में इन राज्यों में
क्रमश: 7.78 लाख टन और 4.12 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। देश के अन्य
राज्यों आंध्रप्रदेश और तेलंगाना, बिहार, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और ओडिशा में 26.53 लाख टन चीनी का
उत्पादन हो चुका है।
चालू पेराई सीजन में अभी तक करीब 43 लाख टन
चीनी के निर्यात सौदे हो चुके हैं जबकि केंद्र सरकार ने 60 लाख टन चीनी
निर्यात का कोटा तय रखा है। उद्योग के अनुसार विश्व बाजार में दाम तेज होने
से चीनी की निर्यात मांग अच्छी बनी हुई, जोकि मिलों के लिए एक अच्छा कदम
है। केंद्र सरकार ने 31 दिसंबर 2020 को चालू पेराई सीजन के लिए चीनी का 60
लाख टन का कोटा तय किया था।
17 मार्च 2021
चीनी का उत्पादन 258 लाख टन से ज्यादा, 43 लाख टन के निर्यात सौदे
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