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13 मई 2019

स्टार्च मिलें एडवांस लाइसेंस के तहत यूक्रेन से मक्का का कर रही है आयात

आर एस राणा
नई दिल्ली। स्टार्च मिलें यूक्रेन से एडवांस लाइसेंस के तहत नोन जीएम मक्का का आयात कर रही है, हालांकि आयात होने के बावजूद भी घरेलू बाजार में मक्का की मौजूदा कीमतों में ज्यादा मंदे की उम्मीद नहीं है। आयातित मक्का का भाव भारतीय बदंगाह पर पहुंच 205 डॉलर प्रति टन है, इसमें परिहवन लागत एवं अन्य खर्च मिलाकर बंदरगाह के नजदीक स्थित स्टार्च मिलों में पहुंच मक्का का भाव 1,750 से 1,800 रुपये प्रति क्विंटल है।
दिल्ली के मक्का कारोबारी कमलेश कुमार जैन ने बताया कि रबी सीजन में मक्का के प्रमुख उत्पादक राज्य बिहार की मंडियों में मक्का के भाव 1,700 से 1,750 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि दिल्ली पहुंच इसके भाव 1,950 से 2,000 रुपये प्रति क्विंटल हैं। बिहार से दक्षिण भारत के राज्यों में पहुंच मक्का के भाव 2,000 रुपये प्रति क्विंटल से ज्यादा है, इसलिए आयातित मक्का सस्ती पड़ रही है। बारिश सामान्य से कम होने के साथ ही कई राज्यों में कीट फाल आर्मीवर्म के संक्रमण के कारण खरीफ 2018 में मक्का की फसल को कई राज्यों में नुकसान हुआ था, जिस कारण गुजरात, महाराष्ट्र के साथ ही कर्नाटक आदि में मक्का का स्टॉक कम होने के कारण कीमतों में तेजी आई थी। हालांकि महीने भर से भाव में मंदा तो आया है लेकिन खरीफ मक्का की आवक सितंबर में बनेगी, उसके बाद ही भाव में मंदा आने का अनुमान है। 
एमएमटीसी ने आयात के लिए मांगी हुई है निविदा
केंद्र सरकार ने अप्रैल 2019 में 15 फीसदी के आयात शुल्क की दर से एक लाख टन नोन जीएम मक्का के आयात की अनुमति दी थी। इसका आयात उपयोगकर्ता कंपनियां को एमएमटीसी के माध्यम से करना है। एमएमटीसी के एक अधिकारी ने बताया कि मक्का आयात के लिए निविदा मांगी हुई हैं, तथा निविदा भरने की अंतिम तिथि 15 मई 2019 है। सूत्रों के अनुसार एमएमटीसी मक्का आयात के लिए मांगी हुई निविदा को कैंसिल कर सकती है। 
एडवांस लाइसेंस के तहत हो रहा है मक्का का आयात 
यूएस ग्रेन काउंसिल के भारतीय प्रतिनिधि अमित सचदेव ने बताया कि यूक्रेन से 205 डॉलर प्रति टन की दर से मक्का का आयात हो रहा है। मक्का का आयात एडवांस लाइसेंस के तहत हो रहा है, इसके तहत आयातकों को आगे इसका निर्यात करना होगा। उन्होंने बताया कि अभी तक करीब 80 हजार टन से ज्यादा मक्का का आयात हो चुका है। मक्का का आयात बंदरगाह के आस-पास स्थित स्टार्च मिलें ही कर रही हैं। यूक्रेन में मक्का की कटाई पूरी हो चुकी है तथा फसल सीजन 2018-19 में यूक्रेन में मक्का का उत्पादन 358.1 लाख टन होने का अनुमान है। जीएम होने के कारण ब्राजील और अमेरिका से मक्का के आयात की संभावना नहीं है। सूत्रों के अनुसार इससे पहले वर्ष 2015 में भी केंद्र सरकार ने पांच लाख टन मक्का के आयात की अनुमति दी थी, लेकिन आयात हुआ था केवल 2.5 लाख टन। 
रबी में उत्पादन अनुमान कम
कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2018-19 में रबी सीजन में मक्का का उत्पादन 75.8 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल रबी में 76.3 लाख टन का उत्पादन हुआ था। देश में खरीफ में मक्का का ज्यादा उत्पादन होता है। फसल सीजन 2018-19 में खरीफ और रबी सीजन को मिलाकर कुल उत्पादन 278 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 271.4 लाख टन का उत्पादन हुआ था।......  आर एस राणा

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