आर एस राणा
नई दिल्ली। पश्चिमी और दक्षिण भारत के 6 राज्यों में जलस्तर सामान्य से कम होने के कारण सूखे जैसे हालात बने हुए हैं। अत: केंद्र सरकार ने पत्र लिखकर महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु को सलाह दी है कि वो समझदारी से पानी का इस्तेमाल करें। तमिलनाडु को शुक्रवार को इस बारे में चिट्ठी भेजी गई, जबकि बाकी राज्यों में बीते हफ्ते ही इसे जारी कर दिया गया था। इन रज्यों के बांधों में पानी के गिरते स्तर को देखते हुए ये चेतावनी जारी की गई है।
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के एक सदस्य ने इसकी जानकारी दी। राज्यों को 'सूखा सलाह' उस वक्त जारी की जाती है जब जलाशयों में पानी का स्तर बीते दस साल के जल भंडारण के औसत से 20 फीसदी कम हो जाता है। पत्र में लिखा गया है कि राज्य पानी का इस्तेमाल केवल पीने के लिए ही करें, जब तक की बांधों में पुनर्भरण नहीं होता।
देशभर के 91 जलाशयों में कुल क्षमता का 24 फीसदी ही बचा है पानी
केन्द्रीय जल संसाधन मंत्रालय देश के 91 मुख्य जलाशयों में पानी के भंडारण की निगरानी करता है। आयोग के आंकड़ों के मुताबिक इस वक्त पानी का कुल भंडार 35.99 अरब घनमीटर बचा है जो इन जलाशयों की क्षमता का 22 फीसदी ही है। सभी 91 जलाशयों की कुल क्षमता 161.993 अरब घनमीटर है। 9 मई तक के आंकड़ों के मुताबिक इनमें 24 फीसदी पानी बचा है। ऐसे में डर है कि दक्षिणी और पश्चिमी हिस्से में पानी की किल्लत हो सकती है।
पश्चिमी क्षेत्र के जलाशयों में औसत से 9 फीसदी कम पानी
मंत्रालय के अनुसार 16 मई 2019 को पश्चिमी क्षेत्र गुजरात तथा महाराष्ट्र के 27 जलाशयों में पानी का स्तर घटकर कुल भंडारण क्षमता का 13 फीसदी ही रह गया है जोकि पिछले दस साल के औसत अनुमान 22 फीसदी से 9 फीसदी कम है। पिछले साल की समान अवधि में पश्चिमी क्षेत्र के जलाशयों में कुल क्षमता का 18 फीसदी पानी था।
दक्षिण भारत के जलाशयों में दस साल के औसत स्तर से पानी कम
दक्षिण भारत के आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के 31 जलाशयों में पानी का स्तर पिछले साल के बराबर है लेकिन 10 साल के औसत स्तर से कम है। 16 मई 2019 को इन जलाशयों में पानी का स्तर कुल भंडारण क्षमता का 13 फीसदी ही रह गया है जोकि दस साल के औसत 16 फीसदी से कम है। वैसे, पिछले साल की समान अवधि में इन राज्यों के जलाशयों में पानी का स्तर 13 फीसदी ही था। केन्द्रीय जल संसाधन मंत्रालय के अनुसार राजस्थान, झारखंड, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, ओडिसा, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और केरल के जलाशयों में पानी का स्तर पिछले साल से कम है।............... आर एस राणा
नई दिल्ली। पश्चिमी और दक्षिण भारत के 6 राज्यों में जलस्तर सामान्य से कम होने के कारण सूखे जैसे हालात बने हुए हैं। अत: केंद्र सरकार ने पत्र लिखकर महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु को सलाह दी है कि वो समझदारी से पानी का इस्तेमाल करें। तमिलनाडु को शुक्रवार को इस बारे में चिट्ठी भेजी गई, जबकि बाकी राज्यों में बीते हफ्ते ही इसे जारी कर दिया गया था। इन रज्यों के बांधों में पानी के गिरते स्तर को देखते हुए ये चेतावनी जारी की गई है।
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के एक सदस्य ने इसकी जानकारी दी। राज्यों को 'सूखा सलाह' उस वक्त जारी की जाती है जब जलाशयों में पानी का स्तर बीते दस साल के जल भंडारण के औसत से 20 फीसदी कम हो जाता है। पत्र में लिखा गया है कि राज्य पानी का इस्तेमाल केवल पीने के लिए ही करें, जब तक की बांधों में पुनर्भरण नहीं होता।
देशभर के 91 जलाशयों में कुल क्षमता का 24 फीसदी ही बचा है पानी
केन्द्रीय जल संसाधन मंत्रालय देश के 91 मुख्य जलाशयों में पानी के भंडारण की निगरानी करता है। आयोग के आंकड़ों के मुताबिक इस वक्त पानी का कुल भंडार 35.99 अरब घनमीटर बचा है जो इन जलाशयों की क्षमता का 22 फीसदी ही है। सभी 91 जलाशयों की कुल क्षमता 161.993 अरब घनमीटर है। 9 मई तक के आंकड़ों के मुताबिक इनमें 24 फीसदी पानी बचा है। ऐसे में डर है कि दक्षिणी और पश्चिमी हिस्से में पानी की किल्लत हो सकती है।
पश्चिमी क्षेत्र के जलाशयों में औसत से 9 फीसदी कम पानी
मंत्रालय के अनुसार 16 मई 2019 को पश्चिमी क्षेत्र गुजरात तथा महाराष्ट्र के 27 जलाशयों में पानी का स्तर घटकर कुल भंडारण क्षमता का 13 फीसदी ही रह गया है जोकि पिछले दस साल के औसत अनुमान 22 फीसदी से 9 फीसदी कम है। पिछले साल की समान अवधि में पश्चिमी क्षेत्र के जलाशयों में कुल क्षमता का 18 फीसदी पानी था।
दक्षिण भारत के जलाशयों में दस साल के औसत स्तर से पानी कम
दक्षिण भारत के आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के 31 जलाशयों में पानी का स्तर पिछले साल के बराबर है लेकिन 10 साल के औसत स्तर से कम है। 16 मई 2019 को इन जलाशयों में पानी का स्तर कुल भंडारण क्षमता का 13 फीसदी ही रह गया है जोकि दस साल के औसत 16 फीसदी से कम है। वैसे, पिछले साल की समान अवधि में इन राज्यों के जलाशयों में पानी का स्तर 13 फीसदी ही था। केन्द्रीय जल संसाधन मंत्रालय के अनुसार राजस्थान, झारखंड, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, ओडिसा, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और केरल के जलाशयों में पानी का स्तर पिछले साल से कम है।............... आर एस राणा
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