आर एस राणा
नई
दिल्ली। वित्त वर्ष 2018-19 में बासमती चावल का निर्यात 9 फीसदी बढ़कर
रिकार्ड 44.15 लाख टन का हुआ है जबकि गैर-बासमती चावल के निर्यात में इस
दौरान 14.56 फीसदी की कमी आकर कुल निर्यात 75.34 लाख टन का ही हुआ है। ईरान
की आयात मांग बढ़ने से बासमती चावल के निर्यात में बढ़ोतरी हुई है।
कृषि
और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के एक वरिष्ठ
अधिकारी के अनुसार वित्त वर्ष 2018-19 में बासमती चावल में ईरान की आयात
ज्यादा मांग रही है, जिससे कुल निर्यात में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने बताया
कि ईरान भारत से सालाना 6.5 से 7 लाख टन बासमती चावल का आयात कर रहा था,
लेकिन वित्त वर्ष 2018-19 में ईरान ने 10 लाख टन का आयात किया है। उन्होंने
बताया कि यूरोपीय यूनियन की आयात मांग बासमती चावल में इस दौरान कम रही
है। गैर-बासमती चावल के निर्याम में कमी का प्रमुख कारण बंगलादेश की आयात
मांग कम रहना है। पिछले साल बंगलादेश के पास चावल का स्टॉक कम था, जिस कारण
देश से रिकार्ड गैर-बासमती चावल का निर्यात हुआ था।
गैर-बासमती चावल के निर्यात में आई कमी
वाणिज्य
एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार वित्त वर्ष 2018-19 में बासमती चावल का
निर्यात बढ़कर 44.15 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष के दौरान
40.56 लाख टन का निर्यात हुआ था। गैर-बासमती चावल का निर्यात वित्त वर्ष
2018-19 में घटकर 75.34 लाख टन का ही हुआ है जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष
में देश से रिकार्ड 88.18 लाख टन गैर-बासमती चावल का निर्यात हुआ था।
बासमती चावल का निर्यात मूल्य के हिसाब से 23 फीसदी ज्यादा
चावल
की निर्यातक फर्म के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वित्त वर्ष 2018-19
में डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर रहा, जिससे बासमती चावल का निर्यात मूल्य
के हिसाब से ज्यादा बढ़ा है। वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान मूल्य के हिसाब
से बासमती चावल का निर्यात 23 फीसदी बढ़कर 32,806 करोड़ रुपये का हुआ है
जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष के दौरान 26,871 करोड़ रुपये मूल्या का ही
बासमती चावल का निर्यात हुआ था। गैर-बासमती चावल का निर्यात मूल्य के हिसाब
से वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान घटकर 20,903 करोड़ रुपये का ही हुआ है
जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष में 23,437 करोड़ रुपये मूल्य का गैर-बासमती
चावल का निर्यात हुआ था।
बासमती चावल की कीमतों में आई नरमी
बासमती
चावल के कारोबारी रामनिवास खुरानिया ने बताया कि बासमती चावल में इस समय
निर्यात मांग पहले की तुलना में कम हुई है। पूसा 1,121 बासमती चावल सेला का
भाव शुक्रवार को 7,150 रुपये प्रति क्विंटल रहा, इसमें 50 रुपये की गिरावट
आई है। पूसा 1,121 बासमती धान का भाव मंडियों में 4,000 रुपये प्रति
क्विंटल है जबकि उत्पादक मंडियों में गेहूं की आवक होने के कारण धान की आवक
नहीं हो रही है।....... आर एस राणा
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