आर एस राणा
नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार अलनीनो की स्थिति लगातार कमजोर हो रही है, जिससे चालू मानसूनी सीजन में बारिश अच्छी होने का अनुमान है। आईएमडी के महानिदेशक डॉ. केजी रमेश ने बताया कि चालू सीजन में देशभर के सभी भागों में लगातार तीसरे साल मानसून सामान्य रहने का अनुमान है। खरीफ फसलों की बुवाई के लिए मानसूनी बारिश काफी महत्वपूर्ण है।
उन्होंने ने बताया कि मानसून कई कारकों से प्रभावित होता है, जिसमें अलनीनो भी एक पार्ट है, दिसंबर से फरवरी तक अलनीनो मजबूत हो रहा था। फरवरी के बाद यह कमजोर होना शुरू हुआ है। 16 अप्रैल 2019 को हमने मौसम की जो पहली भविष्यवाणी की थी, तब अलनीनो की 0.9 फीसदी की वार्मिंग थी, अप्रैल से अब तक इसमें 0.4 फीसदी वार्मिंग की कमी आई है, और अब केवल 0.5 फीसदी वार्मिंग रह गई है, जोकि मानसून आने तक शून्य हो जायेगाी।
देश के चारों भागों में अच्छी बारिश का अनुमान
उन्होंने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून लंबी अवधि के औसत का 96 फीसदी रहने का अनुमान है इसमें 5 फीसदी बारिश कम या ज्यादा होने का अनुमान है। 96 से 104 फीसदी बारिश को सामान्य माना जाता है। उन्होंने बताया कि सबसे अच्छी बात यह है कि देश के चारों भागों में बारिश अच्छी होने का अनुमान है जोकि खरीफ की फसलों के अच्छा है।
मानसून के आगमन में तो देरी, लेकिन आगे अच्छी गति से बढ़ेगा
केजी रमेश ने बताया कि मानसूनी बारिश अच्छी होने से वर्ष 2017-18 में देश में खाद्यान्न का रिकार्ड उत्पादन हुआ था, पिछले साल भी खाद्यान्न खासकर के धान, दलहन और तिलहनों का उत्पादन ज्यादा होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि केरल में मानसून 6 जून को पहुंचने का अनुमान है, जोकि सप्ताहभर की देरी से आयेगा लेकिन आने के बाद देश के अन्य राज्यों में मानसून समय से पहुंचेगा। वर्ष 2018 में मानसून 29 मई को केरल पहुंच गया था।
सामान्य बारिश होने का अनुमान 39 फीसदी
मौसम विभाग के मुताबिक इस साल मानसून सीजन के दौरान सामान्य से बहुत ज्यादा (110 फीसदी से ज्यादा) बारिश की संभावना 2 फीसदी ही है, जबकि सामान्य से अधिक (104-110 फीसदी) की संभावना 10 फीसदी है। इसके अलावा सामान्य बारिश यानि 96-104 फीसदी बारिश होने की संभावना 39 फीसदी है। यानि कुल मिलाकर सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश की संभावना 50 फीसदी से ज्यादा है।....... आर एस राणा
नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार अलनीनो की स्थिति लगातार कमजोर हो रही है, जिससे चालू मानसूनी सीजन में बारिश अच्छी होने का अनुमान है। आईएमडी के महानिदेशक डॉ. केजी रमेश ने बताया कि चालू सीजन में देशभर के सभी भागों में लगातार तीसरे साल मानसून सामान्य रहने का अनुमान है। खरीफ फसलों की बुवाई के लिए मानसूनी बारिश काफी महत्वपूर्ण है।
उन्होंने ने बताया कि मानसून कई कारकों से प्रभावित होता है, जिसमें अलनीनो भी एक पार्ट है, दिसंबर से फरवरी तक अलनीनो मजबूत हो रहा था। फरवरी के बाद यह कमजोर होना शुरू हुआ है। 16 अप्रैल 2019 को हमने मौसम की जो पहली भविष्यवाणी की थी, तब अलनीनो की 0.9 फीसदी की वार्मिंग थी, अप्रैल से अब तक इसमें 0.4 फीसदी वार्मिंग की कमी आई है, और अब केवल 0.5 फीसदी वार्मिंग रह गई है, जोकि मानसून आने तक शून्य हो जायेगाी।
देश के चारों भागों में अच्छी बारिश का अनुमान
उन्होंने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून लंबी अवधि के औसत का 96 फीसदी रहने का अनुमान है इसमें 5 फीसदी बारिश कम या ज्यादा होने का अनुमान है। 96 से 104 फीसदी बारिश को सामान्य माना जाता है। उन्होंने बताया कि सबसे अच्छी बात यह है कि देश के चारों भागों में बारिश अच्छी होने का अनुमान है जोकि खरीफ की फसलों के अच्छा है।
मानसून के आगमन में तो देरी, लेकिन आगे अच्छी गति से बढ़ेगा
केजी रमेश ने बताया कि मानसूनी बारिश अच्छी होने से वर्ष 2017-18 में देश में खाद्यान्न का रिकार्ड उत्पादन हुआ था, पिछले साल भी खाद्यान्न खासकर के धान, दलहन और तिलहनों का उत्पादन ज्यादा होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि केरल में मानसून 6 जून को पहुंचने का अनुमान है, जोकि सप्ताहभर की देरी से आयेगा लेकिन आने के बाद देश के अन्य राज्यों में मानसून समय से पहुंचेगा। वर्ष 2018 में मानसून 29 मई को केरल पहुंच गया था।
सामान्य बारिश होने का अनुमान 39 फीसदी
मौसम विभाग के मुताबिक इस साल मानसून सीजन के दौरान सामान्य से बहुत ज्यादा (110 फीसदी से ज्यादा) बारिश की संभावना 2 फीसदी ही है, जबकि सामान्य से अधिक (104-110 फीसदी) की संभावना 10 फीसदी है। इसके अलावा सामान्य बारिश यानि 96-104 फीसदी बारिश होने की संभावना 39 फीसदी है। यानि कुल मिलाकर सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश की संभावना 50 फीसदी से ज्यादा है।....... आर एस राणा
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