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06 मई 2019

चीनी का रिकार्ड 330 लाख टन उत्पादन अनुमान, गन्ना किसान मुश्किल में

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू पेराई सीजन 2018-19 (अक्टूबर से सितंबर) के दौरान देश में चीनी का रिकार्ड 330 लाख टन उत्पादन का अनुमान है। चीनी का बंपर उत्पादन किसानों के लिए घाटे का सौदा साबित हो रहा है। बंपर उत्पादन के साथ ही चीनी का निर्यात सीमित मात्रा में होने के कारण चीनी मिलों पर किसानों का बकाया लगातार बढ़ा रहा है जिससे गन्ना किसानों को आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सूत्रों के अनुसार बकाया में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों की है।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार चालू पेराई सीजन में 2018-19 में चीनी का उत्पादन बढ़कर 330 लाख टन होने का अनुमान है जोकि पिछले पेराई सीजन के मुकाबले 5 लाख टन ज्यादा है। पहली अक्टूबर 2018 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन में 30 अप्रैल 2019 तक 321.19 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जोकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि के मुकाबले 9.36 लाख टन ज्यादा है। पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में 311.83 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। 
महाराष्ट्र में गन्ना उत्पादन में कमी की आशंका
इस्मा के अनुसार चालू पेराई सीजन में अभी भी 100 चीनी मिलों में पेराई चल रही है, तथा उत्तर भारत के गन्ना उत्पादक राज्यों में गन्ने में रिकवरी की दर पिछले पेराई सीजन में ज्यादा आई है। हालांकि चीनी मिलें बंद होने से पिछले 15 से 20 दिनों से चीनी के उत्पादन में कमी जरुर आई है। जानकारों के अनुसार सूखे के कारण महाराष्ट्र में गन्ना के क्षेत्रफल में कमी आने की आशंका है।
उत्तर प्रदेश में 68 मिलों में चल रही है पेराई
उत्तर प्रदेश में चालू पेराई सीजन में 30 अप्रैल 2019 तक चीनी का उत्पादन बढ़कर 112.65 लाख टन का हो चुका है जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 0.27 लाख टन ज्यादा है। राज्य में 119 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हुई थी, जबकि अभी तक 58 चीनी मिलों में पेराई बंद हो चुकी है। इस समय राज्य में 68 चीनी मिलों में ही पेराई चल रही है। महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन में 107 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है, तथा राज्य की लगभग सभी चीनी मिलों में पेराई बंद हो गई है।
कर्नाटक में मिलों पेराई हो चुकी है बंद
कर्नाटक में चालू पेराई सीजन में 30 अप्रैल 2019 तक 43.20 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है तथा राज्य की सभी मिलों में पेराई बंद हो चुकी है। इसके अलावा गुजरात में 11.19 लाख टन, तमिलनाडु में 7.05 लाख टन, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में 7.60 लाख टन और मध्य प्रदेश और गुजरात में 5.30 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है। उधर बिहार में 8.35 लाख टन, पंजाब में 7.70 लाख टन और हरियाणा में 30 अप्रैल 2019 तक 6.75 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। 
आगामी पेराई सीजन में आरंभ में 147 लाख टन स्टॉक की उम्मीद
चालू पेराई सीजन में 330 लाख टन चीनी का उत्पादन होने का अनुमान है, जबकि पहली अक्टूबर 2018 को नए पेराई सीजन के आरंभ में 107 लाख टन चीनी का बकाया स्टॉक बचा हुआ था। देश में चीनी की सालाना खपत 260 लाख टन होने का अनुमान है, ऐसे में आगामी पेराई सीजन पहली अक्टूबर 2019 को चीनी का बंपर बकाया स्टॉक 147 लाख टन बचने का अनुमान है। विश्व बाजार में कीमतें कम होने के कारण चीनी का निर्यात 30 लाख टन ही होने का अनुमान है।................  आर एस राणा

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