आर एस राणा
नई
दिल्ली। अमेरिका और चीन के बीच बढ़ी तनातनी से विश्व बाजार में कपास की
कीमतों में सप्ताहभर में ही 13 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है। न्यूयार्क
कॉटन वायदा में 15 मई को कपास के भाव घटकर तीन साल के नीचले स्तर 65.79
सेंट प्रति पाउंड रह गए जबकि पिछले सप्ताह इसके भाव 75-76 सेंट प्रति पाउंड
थे। विश्व बाजार में कीमतों में आई कमी से भारत से निर्यात पड़ते नहीं लग
रहे हैं, जबकि इससे आयात बढ़ने की आशंका है।
नार्थ इंडिया कॉटन
एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश राठी ने बताया कि अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड
वॉर बढ़ने से विश्व बाजार में कपास की कीमतों में भारी गिरावट आई है, इससे
हमारे यहां से निर्यात पड़ते समाप्त हो गए हैं। उन्होंने बताया कि विश्व
बाजार में कपास की कीमतों में आई गिरावट से आयात बढ़ने की संभावना है। चालू
फसल सीजन में आयात बढ़कर 28 से 30 लाख गांठ (एक गांठ-170 किलोग्राम) होने
का अनुमान है जबकि पिछले फसल सीजन में केवल 15 लाख गांठ का ही आयात हुआ था।
उन्होंने
बताया कि चालू सीजन में कपास के भाव उंचे रहे हैं, इसलिए कपास की बुवाई
बढ़ने का अनुमान है। कपास के प्रमुख उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र, गुजरात और
तेलंगाना में मानसूनी बारिश कैसी होती है, इस पर कपास का उत्पादन काफी हद
तक निर्भर करेगा। उन्होंने बताया कि चालू रबी में गेहूं की फसल की कटाई में
देरी के कारण उत्तर भारत के राज्यों पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में कपास
की बुवाई पिछले साल से पिछे चल रही है।
घरेलू मंडियों में घटे कपास के भाव
कपास
कारोबारी सुरेश कुमार ने बताया कि अहमदाबादम में शंकर-6 किस्म की कपास का
भाव 43,000 से 43,500 रुपये प्रति कैंडी (एक कैंडी-356 किलो) रह गया। चालू
सीजन में कपास के उत्पादन में कमी आई है, जिससे उत्पादक मंडियों में दैनिक
आवक सीमित मात्रा में ही हो रही है। कपास की नई फसल की आवक सितंबर-अक्टूबर
में बनेगी, इसलिए आगे कीमतों में तेजी-मंदी अमेरिका और चीन आगे संबंध कैसे
रहते हैं इस पर भी निर्भर करेगी।
सीसीआई ने 1.40 लाख गांठ बेची
कॉटन
कारपोरेशन आफ इंडिया (सीसीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया निगम ने 1.40
लाख गांठ कपास खुले बाजार में बेची है। उन्होंने बताया कि विश्व बाजार में
भाव कम होने से घरेलू बाजार में कपास की कीमतों में कमी आई है, लेकिन निगम
अभी कपास की बिक्री कीमतों में कमी नहीं करेगी। निगम घरेलू मंडियों में
ई-निविदा के माध्यम कपास बेच रही है। निगम ने न्यूनतम समर्थन मूल्य
(एमएसपी) पर 10.7 लाख गांठ कपास की खरीदी है।
उत्पादन अनुमान काफी कम
कॉटन
एसोसिएशन आफ इंडिया (सीएआई) के अनुसार चालू फसल सीजन 2018-19 में कपास का
उत्पादन घटकर 315 लाख गांठ ही होने का अनुमान है। सीजन के शुरू में सीएआई
ने 348 लाख गांठ कपास के उत्पादन का अनुमान जारी किया था। पिछले साल देश
में 365 लाख गांठ का उत्पादन हुआ था। पहली अक्टूबर 2018 से शुरू हुए चालू
सीजन में 30 अप्रैल तक उत्पादक मंडियों में 278.73 लाख गांठ कपास की आवक हो
चुकी है। चालू सीजन में उत्पादन में कमी आने का असर निर्यात पर भी पड़ेगा।
चालू सीजन में निर्यात घटकर 46 लाख गांठ का ही होने का अनुमान है जबकि
पिछले साल 69 लाख गांठ कपास का निर्यात हुआ था। ....... आर एस राणा
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