आर एस राणा
नई
दिल्ली। खाद्य एवं अखाद्य तेलों के आयात में अप्रैल में 11 फीसदी की
गिरावट आकर कुल आयात 12,32,283 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल अप्रैल में
इनका आयात 13,86,466 टन का हुआ था। चालू तेल वर्ष 2018-19 की पहली छमाही
में खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात तीन फीसदी बढ़कर 75,41,689 टन का हुआ
है जबकि पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में इनका आयात 73,18,295 टन का हुआ
था।
मार्च में आयात में 26 फीसदी की हुई थी बढ़ोतरी
साल्वेंट
एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार अप्रैल खाद्य तेलों
के साथ ही अखाद्य तेलों के आयात में मार्च की तुलना में भी कमी आई है।
अप्रैल में खाद्य तेलों का आयात 11,98,763 टन का ही हुआ है जबकि मार्च में
इनका आयात 13,93,255 टन का हुआ था। इसी तरह अखाद्य तेलों का आयात अप्रैल
में घटकर 33,520 टन का ही हुआ है जबकि मार्च में अखाद्य तेलों का आयात
53,302 टन का हुआ था। मार्च में खाद्य एवं अखाद्य तेलों के आयात में 26
फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी।
अप्रैल में महंगे हुए आयातित खाद्य तेल
एसईए
के अनुसार विश्व बाजार में खाद्य तेलों की उपलब्धता ज्यादा होने के खाद्य
तेलों की कीमतों में सालभर में 11 से 22 फीसदी की गिरावट तो आई है, लेकिन
डॉलर के मुकाबले रुपया सालभर में 6 फीसदी कमजोर हुआ है। आयातित खाद्य तेलों
के भाव मार्च के मुकाबले अप्रैल में तेज हुए हैं। आरबीडी पामोलीन के भाव
भारतीय बंदरगाह पर अप्रैल में बढ़कर 569 डॉलर प्रति टन हो गए जबकि मार्च
में इसका भाव 559 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से क्रुड पॉम तेल का भाव मार्च
के 520 डॉलर से बढ़कर अप्रैल में 530 डॉलर प्रति टन रह गए। क्रुड सोयाबीन
तेल की कीमतें इस दौरान जरुर मार्च के 711 डॉलर प्रति टन से घटकर 692 डॉलर
प्रति टन रह गए। ....... आर एस राणा
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