आर एस राणा
नई
दिल्ली। उत्पादक मंडियों में दलहन की कीमतों में तेजी आई है तथा सप्ताहभर
में ही इनके भाव में करीब 200 से 500 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी
है। उत्पादक मंडियों में अरहर के भाव बढ़कर 6,000 से 6,100 रुपये प्रति
क्विंटल हो गए हैं, जबकि चना के भाव भी बढ़कर 4,600 रुपये प्रति क्विंटल हो
गए हैं। जानकारों के अनुसार दलहन के भाव उंंचे हो चुके हैं इसलिए स्टॉक
हल्का करना चाहिए।
कर्नाटक की गुलबर्गा मंडी के दलहन कारोबारी
सीएस नादर ने बताया कि उत्पादक मंडियों में अरहर के साथ ही उड़द की दैनिक
आवक कम हो गई है। दैनिक आवक कम होने के कारण अरहर के साथ ही उड़द की कीमतों
में तेजी आई है। मंडी में अरहर के भाव बढ़कर 6,000 से 6,100 रुपये प्रति
क्विंटल हो गए। सप्ताहभर में अरहर की कीमतों में 400 से 500 रुपये और उड़द
की कीमतों में 300 से 400 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी है। केंद्र
सरकार ने अरहर का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 5,675 रुपये और उड़द का
समर्थन मूल्य 5,600 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है।
चना के आयात पर 60 फीसदी है आयात शुल्क
दिल्ली
की लारेंस रोड़ के दलहन कारोबारी राधाकिशन गुप्ता ने बताया कि चना की
दैनिक आवक कम होने से इसकी कीमतों में सप्ताहभर में करीब 200 से 250 रुपये
की तेजी आई है। चना के भाव लारेंस रोड़ पर बढ़कर 4,500 से 4,600 रुपये
प्रति क्विंटल हो गए हैं जबकि चना का एमएसपी केंद्र सरकार ने 4,620 रुपये
प्रति क्विंटल तय किया हुआ है। उन्होंने बताया कि चालू रबी में चना का
उत्पादन पिछले साल से कम होने का अनुमान है, जबकि चना के आयात पर केंद्र
सरकार ने 60 फीसदी का आयात शुल्क लगाया हुआ है। इसीलिए चना की कीमतों में
तेजी आई हैं।
दलहन आयात की मात्रा तय
केंद्र सरकार ने
चालू वित्त वर्ष 2019-20 के लिए 6.5 लाख टन दालों के आयात को मंजूरी दी हुई
है। चालू वित्त वर्ष के लिए मूंग और उड़द के डेढ़-डेढ़ लाख टन आयात को, और
अरहर के दो लाख टन तथा मटर का डेढ़ लाख टन आयात करने की मंजूरी दी हुई है।
इसके अलाववा करीब पौने दो लाख टन अरहर का मौजाम्बिक से सरकारी एजेंसियों
के माध्यम से होगा। चना के आयात पर 60 फीसदी और मसूर के आयात पर 30 फीसदी
आयात शुल्क लगाया था। वित्त वर्ष 2018-19 के पहले दस महीनों अप्रैल से
जनवरी तक 21 लाख टन दालों का आयात हुआ था।
अरहर और चना का उत्पादन अनुमान कम
कृषि
मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2018-19 में अरहर का
उत्पादन घटकर 36.8 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन
40.2 लाख टन का हुआ था। चना का उत्पादन भी चालू रबी में घटकर 103.2 लाख टन
होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 111 लाख टन चना का उत्पादन हुआ था। दलहन
का कुल उत्पादन फसल सीजन 2018-19 में बढ़कर 240.2 लाख टन होने का अनुमान है
जबकि पिछले साल 239.5 लाख टन का ही उत्पादन हुआ था।..............आर एस राणा
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