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19 मई 2019

चालू पेराई सीजन में 21.29 लाख टन का हो चुका है चीनी का निर्यात

आर एस राणा
नई दिल्ली। पहली अक्टूबर 2018 से शुरू हुए चालू पेराई गन्ना पेराई सीजन 2018-19 (अक्टूबर से सितंबर) में 21.29 लाख टन चीनी का निर्यात हो चुका है जबकि पिछले पेराई सीजन 2017-18 में करीब पांच लाख टन चीनी का ही निर्यात हुआ था।
आल इंडिया शुगर ट्रेड एसोसिएशन (एआईएसटीए) के अनुसार पहली अक्टूबर 2018 से 6 अप्रैल 2019 के दौरान 21.29 लाख टन चीनी का निर्यात हुआ है, जिसमें 9.76 लाख टन रॉ-शुगर है। इसके अलावा निर्यात के लिए 7.24 लाख टन चीनी पाइपलाइन में है। एआईएसटीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) आर पी भगरिया ने बताया कि चालू पेराई सीजन में चीनी निर्यात के लिए कुल 30 लाख टन के अनुबंध हुए हैं, जिसमें से 28.53 लाख टन चीनी मिलों से भेजी जा चुकी है। 
पिछले पेराई सीजन में केवल 5 लाख टन का ही हुआ था निर्यात
विश्व बाजार में कीमतें कम होने के कारण पेराई सीजन 2017-18 में देश से केवल पांच लाख टन चीनी का ही निर्यात था। चालू पेराई सीजन में केंद्र सरकार द्वारा चीनी निर्यात पर दी जा रही सब्सिडी से ही इसके निर्यात में पिछले पेराई सीजन की तुलना में बढ़ोतरी हुई है। एआईएसटीए के अनुसार भारत से इस समय चीनी का निर्यात मुख्यत: बांग्लादेश, श्रीलंका, सोमालिया, अफगानिस्तान और ईरान को हुआ है।
चालू पेराई सीजन में रिकार्ड 330 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान
केंद्र सरकार ने घरेलू बाजार में चीनी के स्टॉक को कम करने के लिए चालू पेराई सीजन 2018-19 (अक्टूबर से सितंबर) के दौरान 50 लाख टन चीनी निर्यात की अनुमति दी हुई है। साथ ही चीनी के निर्यात बढ़ावा देने के लिए चीनी मिलों को परिवहन पर सब्सिडी भी दी जा रही है। उद्योग के अनुसार चालू पेराई सीजन में चीनी का रिकार्ड 330 लाख टन उत्पादन होने का अनुमान है जोकि पिछले पेराई सीजन के 325 लाख टन से पांच लाख टन ज्यादा ही है। देश में चीनी की सालाना खपत 260 लाख टन की ही होती है। महाराष्ट्र के साथ ही कर्नाटक की चीनी मिलों में गन्ने की पेराई बंद हो चुकी है जबकि उत्तर प्रदेश के साथ पंजाब और हरियाणा की कुछ चीनी मिलों में ही पेराई चल रही है।............... आर एस राणा

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