आर एस राणा
नई
दिल्ली। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने किसानों को फसलों का समर्थन मूल्य
देने के बड़े-बड़े वादे तो किए, लेकिन राज्य से गेहूं की न्यूनतम समर्थन
मूल्य (एमएसपी) पर हो रही खरीद में दावों की पोल खुलने लगी है। पहली अप्रैल
से शुरू हुए रबी खरीफ विपणन सीजन में 8 मई तक राज्य की मंडियों से एमएसपी
पर केवल 18.19 लाख टन गेहूं ही खरीदा गया है जबकि पिछले रबी सीजन की समान
अवधि में 25.51 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी थी।
पीलीभीत जिले
की पूरनपुर तहसील के गांव बेगपुर के किसान गुरुप्रीत सिंह ने बताया कि मंडी
में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद नाममात्र की ही हो रही है, इसलिए
व्यापारियों को औने-पौने दाम पर गेहूं बेचना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि
अप्रैल में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से नुकसान हुआ, और अब खरीद नहीं
होने से किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है।
व्यापारी समर्थन मूल्य से नीचे खरीद रहे हैं गेहूं
बरेली
जिले की बेहड़ी तहसील के गेहूं किसान दिलबाग सिंह ने बताया कि गेहूं की
खरीद के लिए सरकारी कांटे तो लगे हुए हैं, लेकिन खरीद नाममात्र की हो रही
है। उन्होंने बताया कि गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1,840 रुपये प्रति
क्विंटल है, जबकि व्यापारी 1,700 से 1,750 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर
गेहूं खरीद रहे हैं। केंद्र सरकार ने चालू रबी विपणन सीजन 2019-20 के लिए
गेहूं के समर्थन मूल्य में 105 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 1,840 रुपये प्रति
क्विंटल तय किया है जबकि पिछले साल समर्थन मूल्य 1,735 रुपये प्रति क्विंटल
था।
तय लक्ष्य से खरीद कम होने की आशंका
चालू रबी
विपणन सीजन 2018-19 में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने गेहूं के सबसे बड़े
उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश से 50 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य तय किया
है जबकि राज्य सरकार ने खरीद के लक्ष्य को बढ़ाकर 55 लाख टन कर दिया है।
जानकारों के अनुसार खरीद सीमित मात्रा में ही हो रही है, ऐसे में माना जा
रहा है कि समर्थन मूल्य पर कुल खरीद तय लक्ष्य से कम होने की आशंका है।
राज्य में 350 लाख टन उत्पादन का अनुमान
राज्य
के कृषि निदेशालय के दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2018-19 में
गेहूं का उत्पादन 350 लाख टन होने का अनुमान है। राज्य से गेहूं की खरीद के
लिए एफसीआई ने राज्य में 213 और राज्य की एजेंसियों ने 6,000 खरीद केंद्र
खोले हुए हैं। गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीद 15 जून तक चलेगी। पिछले रबी
सीजन में उत्तर प्रदेश से समर्थन मूल्य पर 52.94 लाख टन गेहूं की खरीद की
थी।........आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें