आर एस राणा
नई
दिल्ली। खरीफ दलहन की नई फसल की आवक को देखते हुए केंद्र सरकार ने मटर के
आयात पर लगी रोक की अवधि को तीन महीने बढ़ा दिया है। विदेश व्यापार
महानिदेशालय (डीजीएफटी) द्वारा जारी अधिसचूना के अनुसार पीली मटर के साथ ही
हरी मटर एवं अन्य किसी भी किस्म की मटर के आयात पर 31 दिसंबर 2018 तक पूरी
तरह से रोक रहेगी।
केंद्र सरकार ने 25 अप्रैल को 30 जून 2018 तक
मटर के आयात की सीमा एक लाख टन की तय की थी, उसके बाद इसको 2 जुलाई को
बढ़ाकर सितंबर 2018 तक कर दिया था।
केंद्र सरकार आयात पर रोक की
अवधि बढ़ा देने से पीली मटर के भाव में सुधार देखा गया। मुंबई में पीली मटर
के भाव 150 रुपये बढ़कर 4,400 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। आस्ट्रेलियाई
चना के भाव बढ़कर दिल्ली में 4,400 रुपये और चना के भाव 4,300 से 4,325
रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
केंद्र सरकार दलहन की कीमतों में
सुधार लाना चाहती है, ताकि सरकार को एमएसपी पर खरीद कम करनी पड़े। इसके लिए
नेफेड द्वारा बेची जा रही दालों में कम कर सकती है, वैसे भी नेफेड को
अक्टूबर से खरीद दालों की एमएसपी पर खरीद भी शुरू करनी है। अत: नेफेड ने
बिकवाली कम कर दी, और नई कृषि नीति में दालों के निर्यात के लिए कुछ कदम
उठाये तो फिर घरेलू बाजार में दालों की कीमतों में सुधार बन सकता है।
खरीफ
दलहन में मूंग की आवक उत्पादक मंडियों में शुरू हो गई है, तथा उड़द की आवक
अगले से सप्ताह से शुरू हो होने की उम्मीद है। चालू खरीफ में दालों की
बुवाई 135.52 लाख हैक्टेयर में हुई है जिसमें अरहर की बुवाई 45.41 लाख
हैक्टेयर में, उड़द की 38.61 लाख हैक्टेयर में तथा मूंग की बुवाई 32.65 लाख
हैक्टेयर में हुई है। इसके अलावा अन्य दालों की बुवाई 18.85 लाख हैक्टेयर
में हुई है।............... आर एस राणा
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